गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष लगाव वाले वनटांगिया गांव ‘जंगल तिकोनिया नंबर तीन’ ने विकास की नई इबारत लिखते हुए ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह गांव उत्तर प्रदेश का पहला और देश का दूसरा ‘जल अर्पण गांव’ घोषित किया गया है। अब यहां के हर घर में जल जीवन मिशन के तहत 24 घंटे पाइप के जरिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गई है।
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कुंडीबेह के बाद देश का दूसरा ‘जल अर्पण’ गांव बना जंगल तिकोनिया
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ‘कुंडीबेह’ के बाद अब गोरखपुर का यह गांव देश का दूसरा ऐसा स्थान है, जहां ‘जल अर्पण’ कार्यक्रम के जरिए शत-प्रतिशत जलापूर्ति शुरू हुई है। शुक्रवार, 26 दिसंबर 2025 को सांसद रविकिशन शुक्ला ने इस परियोजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने पाइप जलापूर्ति के संचालन की चाबी औपचारिक रूप से ग्राम पंचायत को सौंप दी।
साल 2009 से सीएम योगी का गहरा लगाव और दीपावली वाली परंपरा
एक सदी तक उपेक्षा झेलने वाले इस गांव का कायाकल्प मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता रहा है। योगी आदित्यनाथ वर्ष 2009 से ही (सांसद रहते हुए भी) हर साल यहां के वनटांगियों के साथ दीपावली मनाने आते रहे हैं। साल 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इसे ‘राजस्व ग्राम’ का दर्जा दिया, जिसके बाद ही यहां बुनियादी सुविधाओं का पहुंचना संभव हो सका।
तीन महीने का सफल ट्रायल और 10 वर्षों तक रखरखाव की गारंटी
सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी के मुताबिक, जल निगम (ग्रामीण) ने पिछले तीन महीनों से यहां जलापूर्ति का सफल ट्रायल किया था। परियोजना की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अगले 10 वर्षों तक पेयजल परियोजना के रखरखाव और गुणवत्ता की निगरानी की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था को दी गई है। 100 वर्षों बाद अब वनटांगिया समाज ‘अंधेरे से उजाले’ की ओर बढ़ते हुए जल प्रबंधन का मॉडल बन गया है।


