गोरखपुर: फातिमा हॉस्पिटल द्वारा आयोजित ‘CME Spectrum – A Journey Through Diverse Medical Horizons’ कार्यक्रम चिकित्सा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। शहर के मैरियट होटल में आयोजित इस उच्च स्तरीय सम्मेलन में कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, पैथोलॉजी और ऑप्थैल्मोलॉजी जैसे विषयों पर विशेषज्ञीय संवाद और गहन विचार-विमर्श हुआ। मुख्य अतिथि गोरखपुर के मेयर डॉ. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव ने इस पहल की सराहना की, जबकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राम कुमार और सीएमओ राजेश झा ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। हॉस्पिटल के निदेशक फादर डॉ. सन्तोष सेबास्टियन ने स्वागत भाषण में कहा कि सीएमई (CME) का उद्देश्य अनुभव, शोध और व्यावहारिक ज्ञान के आदान-प्रदान से बेहतर मरीज़-सेवा की दिशा में कदम बढ़ाना है।
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नवीनतम शोध और विशेषज्ञीय संवाद
यह फातिमा हॉस्पिटल सीएमई कई महत्वपूर्ण चिकित्सा सत्रों का केंद्र रहा। कार्डियोलॉजी सत्र में डॉ. लोकेश कुमार गुप्ता ने ‘Role of PCI in Chronic Coronary Syndromes’ और डॉ. शिवेन्द्र राय ने ‘Role of PCI in Acute Coronary Syndromes’ पर वक्तव्य दिए। चेयरपर्सन डॉ. विनय सिन्हा, डॉ. ए.के. मॉल और अन्य विशेषज्ञों के साथ डिजीज मैनेजमेंट और भारतीय परिस्थितियों में चुनौती जैसे विषयों पर तर्कपूर्ण चर्चा हुई। वहीं, ऑप्थैल्मोलॉजी सत्र में डॉ. अंजुम जैन ने DSEK तकनीक और कॉर्नियल प्रत्यारोपण पर अपने अनुभव साझा किए, जिसने गोरखपुर मेडिकल जगत के डॉक्टरों को नवीनतम प्रक्रियाओं से अवगत कराया।
कैंसर और ब्लड रोगों पर आधुनिक दृष्टिकोण
सम्मेलन में ऑन्कोलॉजी और पैथोलॉजी के क्षेत्र में भी आधुनिक दृष्टिकोण पर चर्चा हुई। ऑन्कोलॉजी सत्र में डॉ. सहाना पुनेशेट्टी ने सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग और एचपीवी (HPV) वैक्सिनेशन के महत्व पर प्रकाश डाला। चेयरपर्सन्स डॉ. रीता सिंह और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. जी. मेहर के साथ हुए संवाद में ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने और स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल पर नई दिशा मिली। पैथोलॉजी सत्र में डॉ. दिव्या राय ने ‘पैन्सायटोपेनिया’ (Pancytopenia) के आणविक निदान (Molecular Diagnosis) तक के आधुनिक पहलुओं पर जानकारी दी। यह सत्र और सभी विषयों पर हुआ विशेषज्ञीय संवाद चिकित्सा जगत में कौशल को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हुआ।
भविष्य में भी जारी रहेंगे ऐसे उच्चस्तरीय कार्यक्रम
मुख्य अतिथि मेयर डॉ. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव ने जन-स्वास्थ्य और चिकित्सकीय उन्नति के लिए फातिमा हॉस्पिटल द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहनीय बताया। सीएमओ राजेश झा ने इसे गोरखपुर के स्वास्थ्य तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करार दिया। कार्यक्रम के अंत में हॉस्पिटल के एसोसिएट डायरेक्टर फा. शिजो ने आश्वस्त किया कि पूर्वांचल के चिकित्सकों को नवीनतम चिकित्सा ज्ञान का लाभ देने के लिए इस प्रकार के उच्चस्तरीय सीएमई कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित होते रहेंगे। 1995 में स्थापित यह अस्पताल वर्तमान में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY), ईसीएचएस (ECHS), पूर्वोत्तर रेलवे समेत कई प्रमुख योजनाओं और संस्थानों से इम्पैनल्ड है।


