गोरखपुर: आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्देश पर जिले में कफ सिरप को लेकर जांच तेज हो गई है। ड्रग विभाग की टीम ने रविवार को थोक दवा मंडी भालोटिया बाजार में छापेमारी की कार्रवाई की। कोडीन युक्त दवाओं के दुरुपयोग की आशंका के चलते यह कदम उठाया गया। रविवार को थोक मंडी बंद होने के बावजूद टीम ने जीएम कॉम्प्लेक्स स्थित आशीष मेडिकल एजेंसी और कोहली कॉम्प्लेक्स स्थित आशीष ट्रेडर्स पर छापा मारा।
कोडीन युक्त दवाओं के दुरुपयोग की आशंका में हुई कार्रवाई
ड्रग विभाग की टीम का नेतृत्व सहायक औषधि आयुक्त पूरन चंद ने किया। उनके साथ कुशीनगर के ड्रग इंस्पेक्टर दीपक पांडेय और सिद्धार्थनगर के ड्रग इंस्पेक्टर नवीन कुमार भी मौजूद रहे। तीनों अधिकारियों की टीम ने दोनों थोक दुकानों और उनके गोदामों की गहन जांच की। उन्होंने दवा खरीद और बिक्री के रिकॉर्ड का प्रिंटआउट भी लिया। इस दौरान दो कफ सिरप के नमूने भी लिए गए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला (लैब) में भेजा गया है।
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नशीली दवा कारोबार का लग चुका है आरोप
सहायक आयुक्त पूरन चंद ने बताया कि उन्हें कोडीन कफ सिरप (Codeine Cough Syrup) के दुरुपयोग की सूचना मिली थी, जिसके बाद दो प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दुकानों के संचालक आशीष कुमार गुप्ता और मनीष गुप्ता मौजूद रहे। जांच में टीम को कोई भी कोडीन युक्त कफ सिरप मौके पर नहीं मिला।
गौरतलब है कि आशीष मेडिकल एजेंसी और आशीष ट्रेडर्स के संचालकों पर पहले भी नशीली दवा के कारोबार का आरोप लग चुका है। वर्ष 2022 में गीडा क्षेत्र में 900 पेटी नशीला कफ सिरप बरामद हुआ था, जो नारकोटिक्स ड्रग्स (NDPS) में शामिल है। बरामद दवाओं के तार इन्हीं दो दुकानों से जुड़े थे।
क्रय-विक्रय अभिलेखों की होगी विवेचना
जांच के दौरान टीम ने फर्म के कंप्यूटर से पिछले पांच वर्षों में कोडीन युक्त औषधि के व्यापार से संबंधित सभी दस्तावेज़ों और क्रय-विक्रय के रिकॉर्ड का प्रिंटआउट लिया। सहायक आयुक्त पूरन चंद ने बताया कि फर्म द्वारा उपलब्ध कराए गए इन क्रय-विक्रय अभिलेखों का सत्यापन एवं गहन विवेचना की जाएगी ताकि दुरुपयोग के किसी भी संभावित मामले का पता लगाया जा सके।