गोरखपुर: वाराणसी से एक मरीज और उसके तीमारदारों को लेकर चंपारण जा रही एंबुलेंस गोरखपुर के एम्स थाना क्षेत्र के सोनबरसा फ्लाईओवर पर अचानक आग का गोला बन गई। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी इस आग में एंबुलेंस सिलेंडर विस्फोट (Ambulance Cylinder Blast) भी हुआ, जिसकी चपेट में आने से दो स्थानीय लोग घायल हो गए। गनीमत रही कि एंबुलेंस में सवार मरीज सहित पांचों लोग सुरक्षित बाहर निकल गए। इस घटना के कारण गोरखपुर-कुशीनगर हाइवे पर एक घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित रहा और अफरातफरी का माहौल रहा।
वाराणसी से चंपारण जा रही थी एंबुलेंस
मिली जानकारी के अनुसार, बेतिया (चंपारण, बिहार) निवासी नीलम देवी पत्नी अवधेश चौबे बीमार थीं, जिनका वाराणसी में इलाज कराया गया था। उनके पुत्र अमित अपनी पत्नी, भाई और भाई की पत्नी के साथ एंबुलेंस से वापस चंपारण लौट रहे थे। एंबुलेंस को संतोष पुत्र लालमन निवासी मडुआडीह, वाराणसी चला रहा था। एंबुलेंस जैसे ही एम्स थाना क्षेत्र के सोनबरसा फ्लाईओवर पर पहुंची, उसमें से अचानक तेज धुआं निकलने लगा। चालक ने फुर्ती दिखाते हुए एंबुलेंस को फ्लाईओवर पर ही साइड में रोक लिया।
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पांचों सवार बाल-बाल बचे, सिलेंडर विस्फोट से दो घायल
चालक की सूझबूझ से एंबुलेंस में सवार मरीज नीलम देवी और उनके चार परिजन (पुत्र अमित, उसकी पत्नी, भाई और भाई की पत्नी) सुरक्षित रूप से बाहर निकलकर दूर भाग गए। देखते ही देखते एंबुलेंस धू-धू कर जलने लगी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों को एंबुलेंस से दूर हटाने लगी। इसी बीच, एंबुलेंस में रखे सिलेंडर में जोरदार विस्फोट हो गया।
इस गोरखपुर एंबुलेंस दुर्घटना में दो लोग घायल हो गए। घायलों में एक राहगीर मोनू सिंह पुत्र रामप्रीत सिंह (30 वर्ष), निवासी बेलवा खुर्द, थाना एम्स शामिल हैं, जिन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया। दूसरे घायल सोनबरसा निवासी सत्य प्रकाश यादव पुत्र बुद्धू यादव (45 वर्ष) हैं, जो घटना से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर आरपी सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल के पीछे खेत में खड़े बच्चों को दूर भगा रहे थे। सिलेंडर का एक हिस्सा उनके सिर से टकरा गया, जिससे वह घायल हो गए और उन्हें भी एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घंटेभर से अधिक जाम, एंबुलेंस जलकर खाक
सूचना दिए जाने के काफी विलंब से पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक एंबुलेंस और उसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो चुका था। इस दौरान घटनास्थल के समीप गोरखपुर-कुशीनगर फोरलेन पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और एक घंटे से अधिक समय तक जाम की स्थिति बनी रही, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।