Last Updated on September 26, 2025 5:57 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
लखनऊ: कैंट इलाके में तेंदुए की आशंका के बीच रुचिखंड निवासी देवांश नामक युवक ने बृहस्पतिवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर तेंदुए की फर्जी तस्वीर बनाकर वायरल कर दी। इस हरकत से आशियाना थानाक्षेत्र के पांच इलाकों के लोग दहशत में आ गए और एक स्कूल में छुट्टी भी करनी पड़ी। वायरल तस्वीर की जांच और कॉम्बिंग के बाद वन विभाग की टीम ने देवांश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। वन दरोगा की तहरीर पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। डीएफओ ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
रुचिखंड में वायरल हुई थी फर्जी तस्वीर
शारदानगर क्षेत्र के रुचिखंड व आसपास की कॉलोनी के पांच स्थानों पर तेंदुए की आमद की तस्वीर बुधवार रात को व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुई। इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत सक्रिय हो गई। टीम ने रात में ही कॉम्बिंग शुरू कर दी और बृहस्पतिवार सुबह कॉलोनी के लोगों से बातचीत की। साथ ही, इलाके के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए, लेकिन तेंदुए की आमद की कोई पुष्टि नहीं हो सकी।
AI से बनाई तस्वीर, हंसी-मजाक में की वायरल
वायरल तस्वीर के आधार पर जांच करते हुए वन विभाग की टीम ने देवांश को पकड़ा और उसके मोबाइल की जांच की। जांच में खुलासा हुआ कि तेंदुए की वायरल तस्वीर AI की मदद से बनाई गई थी। वनकर्मियों की पूछताछ में देवांश ने बताया कि उसने यह तस्वीर सिर्फ हंसी-मजाक के लिए बनाई थी और व्हाट्सएप ग्रुप पर डाल दी थी। वन विभाग ने देवांश के बयान का वीडियो भी जारी किया है। तेंदुए की दहशत के कारण क्षेत्र के एक स्कूल में छुट्टी भी कर दी गई थी। इंस्पेक्टर आशियाना छत्रपाल के मुताबिक, पुलिस ने देवांश पर शांति भंग के तहत कार्रवाई की है। डीएफओ अवध वन प्रभाग लखनऊ ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और अफवाह फैलाने वालों की सूचना प्रशासन को देने की अपील की है।
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कैंट में तेंदुए की आशंका बरकरार, पिंजरा लगाया गया
लखनऊ के कैंट स्थित गन्ना अनुसंधान संस्थान की इक्षुपुरी कॉलोनी के सामने पांच दिन पहले तेंदुए की आमद की आशंका जताई गई थी। हालांकि, वनकर्मी अब भी इस मामले में असमंजस में हैं क्योंकि क्षेत्र में न तो तेंदुए का कोई नया पगचिह्न मिला है और न ही वह किसी को दिखाई दिया है। डीएफओ शितांशु पांडेय ने बताया कि पहले दिन मिले पगचिह्न की रिपोर्ट भी स्पष्ट नहीं है। फिशिंग कैट या अव्यस्क तेंदुए के पगचिह्न होने की संभावना है। एहतियात के तौर पर क्षेत्र में सतर्कता बरती जा रही है। वन विभाग की टीम लोगों को जागरूक कर रही है और उन्हें अकेले या बिना किसी काम के बाहर न निकलने की सलाह दे रही है। क्षेत्र में चार स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं और बृहस्पतिवार को पिंजरा भी लगा दिया गया है।
दिलकुशा आउटर पर ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाई गई
छावनी में तेंदुए की आशंका के कारण उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने दिलकुशा आउटर पर रुकने वाली ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी है। रात में आरपीएफ और जीआरपी के जवान गश्त कर रहे हैं। यात्रियों को भी सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है। चारबाग स्टेशन पर आने वाली लगभग 12 ट्रेनें रोजाना दिलकुशा आउटर पर रोकी जाती हैं। जवानों की तैनाती के साथ-साथ यात्रियों से अपील की गई है कि वे ट्रेनों की खिड़कियां व दरवाजे न खोलें और जरूरी न हो तो ट्रेन से उतरने से बचें। रेलवे अधिकारी इस बात पर भी मंथन कर रहे हैं कि सदर में दादा मियां मजार के पास भी ट्रेनों को न रोकना पड़े।