Last Updated on September 23, 2025 9:23 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर में छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के बाद पुलिस पर सख्त कार्रवाई की गई है। एसएसपी गोरखपुर ने लापरवाही बरतने पर पिपराइच के थानेदार को निलंबित कर दिया है, जबकि 9 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। जानिए क्या है पूरा मामला और क्यों हुआ यह एक्शन।
गोरखपुर: छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर होने के बाद एसएसपी गोरखपुर ने सख्त कार्रवाई की है। सोमवार देर रात पिपराइच के थानेदार पुरुषोत्तम आनंद को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, एक हेड कांस्टेबल सहित कुल 9 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, जिनमें जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी और दो सिपाही भी शामिल हैं। यह कार्रवाई 15 सितंबर को महुआचाफी गांव में हुई दीपक गुप्ता की हत्या के बाद की गई है, जहाँ ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही और समय पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था।
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
दीपक गुप्ता हत्याकांड के बाद से पशु तस्करों को पकड़ने के साथ-साथ लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को एसएसपी राजकरन नय्यर ने सबसे पहले जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी विनय सिंह और सिपाही श्याम नारायण व विजय कुमार सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया। इसके बाद, गुलरिहा थाने के एक हेड कांस्टेबल सहित पाँच अन्य पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर किया गया। इन सभी पर घटना को रोकने में लापरवाही बरतने का आरोप है।
ग्रामीणों का आरोप और पुलिस की कार्रवाई
महुआचाफी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि बार-बार सूचना देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसकी वजह से दीपक गुप्ता की हत्या हुई। ग्रामीणों के आरोपों और पुलिस की शुरुआती जाँच के बाद, एसएसपी ने इसे गंभीरता से लिया और तत्काल प्रभाव से पिपराइच थानेदार पुरुषोत्तम आनंद को निलंबित कर दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दीपक गुप्ता हत्याकांड में पुलिस पर कार्रवाई
- निलंबित: 1 (पिपराइच थानेदार)
- लाइन हाजिर: 9 (जंगल छत्रधारी चौकी के 4, गुलरिहा थाने के 5)
- घटना की तारीख: 15 सितंबर
- घटनास्थल: महुआचाफी गांव, पिपराइच