गोरखपुर में आम आदमी पार्टी के नेता कुंज बिहारी की मौत के बाद अस्पताल के बाहर परिजनों और समर्थकों ने हंगामा किया। पुलिस पर पथराव में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग का सहारा लिया है।
गोरखपुर: गोरखपुर में आम आदमी पार्टी के नेता कुंज बिहारी निषाद की मौत के बाद अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा और बवाल हुआ। गुस्साए परिजनों और समर्थकों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें गोरखनाथ थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ में घूंघट में आईं कुछ महिलाओं ने भी पुलिस के साथ अभद्रता की और चप्पलें दिखाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस ने इन घटनाओं का वीडियो बना लिया है, जिसके आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
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यह था पूरा मामला
रामपुर नयागांव के निवासी कुंज बिहारी निषाद अपने भाई के साथ बिल्डिंग मटेरियल का कारोबार करते थे। 23 अगस्त को मजदूरी के बकाया पैसे मांगने गए तो कथित तौर पर अभिषेक पांडेय और उसके पिता हिमालय पांडेय सहित 10-12 लोगों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की। गंभीर रूप से घायल कुंज बिहारी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मौत के बाद बढ़ा बवाल
कुंज बिहारी की मौत की खबर मिलते ही उनके परिजन और बड़ी संख्या में समर्थक अस्पताल पहुंच गए। भीड़ ने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी मौत हुई है। हंगामा कर रही भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद गोरखनाथ थाना प्रभारी शशिभूषण राय के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
पुलिस ने भीड़ को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे शांत नहीं हुए। इसी बीच भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि पुलिस मामले को हादसा बताकर रफा-दफा कर रही है। यह सुनकर भीड़ और उग्र हो गई और शव को एंबुलेंस से जबरन बाहर निकालने की कोशिश की।
पुलिस पर हमला और पथराव
जब पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, तो स्थिति और बिगड़ गई। गुस्साई भीड़ ने पुलिस टीम पर जमकर ईंट-पत्थर बरसाए। इस पथराव में गोरखनाथ थाना प्रभारी शशिभूषण राय के सिर में गंभीर चोट आई, जबकि एसआई रिषभ सिंह, एसआई अनूप सिंह, एसआई हैप्पी सिंह समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, अब तक राजन निषाद, संजय निषाद, गोलू और अवधेश निषाद सहित 12 से अधिक लोगों की पहचान कर ली गई है।
पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीओ गोरखनाथ रवि सिंह भारी पुलिस बल और पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ही भीड़ शांत हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मामले में पुलिस ने पहले ही अभिषेक पांडेय और हिमालय पांडेय समेत 12 लोगों पर केस दर्ज किया था, जिसमें एक आरोपी अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया है। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।