सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 11 मंजिला पीएसी बैरक टावर का लोकार्पण किया, पुलिस सुविधाओं में वृद्धि पर जोर दिया। साथ ही, लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में बने 11 मंजिला बैरक टावर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की मजबूती और पुलिस बल के आधुनिकीकरण पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का भी अनावरण किया, उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सच्चा अनुयायी बताते हुए उनके जीवन मूल्यों को याद किया।
11 मंजिला पीएसी बैरक टावर का लोकार्पण: पुलिस सुविधाओं में ऐतिहासिक वृद्धि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में नवनिर्मित 11 मंजिला बैरक टावर का लोकार्पण करते हुए कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था सिविल पुलिस ही संभालती है। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री बनने के शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे पुलिस लाइन में जवानों को टूटे खपरैल के नीचे रहना पड़ता था। उन्होंने कहा, “आज यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसके लिए हमें भर्ती भी करनी पड़ेगी, पुलिस की सुविधाएं भी बढ़ानी होगी।”
मुख्यमंत्री ने खुशी व्यक्त की कि आज सभी पुलिस ट्रेनिंग सेंटरों पर ऐसी ही लॉजिस्टिक विकसित की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 8 सालों में सरकार ने 2 लाख 16 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती की है, जिसमें हाल ही में 60,244 युवाओं को नौकरी दी गई, जो देश की सबसे बड़ी भर्ती थी। उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त और सिफारिश रहित भर्ती प्रक्रिया पर जोर दिया। योगी ने बताया कि 5 साल पहले पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता केवल 3 हजार थी, जो अब बढ़कर 60,200 नव प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दे रही है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश अब माफिया मुक्त, अपराध मुक्त और दंगा मुक्त प्रदेश बन चुका है, और आज यूपी का नौजवान देश में कहीं भी जाता है तो उसके चेहरे पर चमक आती है।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का भी अनावरण किया। उन्होंने जयप्रकाश नारायण को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सच्चा अनुयायी बताया, जिन्होंने जीवन पर्यंत भारत और भारतीयता के लिए, उन जीवन मूल्यों के लिए अपना जीवन आगे बढ़ाया, जिस पर भारत की मजबूत नींव टिकी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य है कि लोकनायक जयप्रकाश जी का जन्म यूपी और बिहार की सीमा पर स्थित सितबदियारा गांव में हुआ था, जो मां गंगा और मां सरयू का संगम स्थल है। उन्होंने बताया कि जयप्रकाश जी ने अंतिम समय तक अपने गांव से जुड़ाव रखा और 1977 में अपने गांव में एक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की मांग की थी, जिसका नाम उनकी धर्मपत्नी प्रभावती जी के नाम पर रखने की इच्छा व्यक्त की थी।
योगी ने कहा कि पिछली सरकारें, जिन्होंने जयप्रकाश जी के नाम पर सत्ता तो हासिल की, लेकिन यह नहीं कर पाईं। उन्होंने गर्व से बताया कि उनकी सरकार को जयप्रकाश जी के गांव के स्वास्थ्य केंद्र को 100 बेड का स्वास्थ्य केंद्र बनाने और उसका नामकरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।