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गोरखपुर आम महोत्सव: करेलवा, लतवा से नाजुक बदन तक, 50+ किस्मों की महक और स्वाद का चला जादू

गोरखपुर क्लब में आयोजित आम महोत्सव में पहुंची डीडीयू विश्वविद्यालय की वीसी प्रोफेसर पूनम टंडन. फोटो: सोशल मीडिया
गोरखपुर में तृतीय आम महोत्सव का सफल आयोजन। इण्टैक द्वारा पचास से अधिक आम किस्मों का प्रदर्शन, कृषि वैज्ञानिकों ने दिए टिप्स।

गोरखपुर: इण्टैक (INTACH) गोरखपुर चैप्टर ने गोरखपुर क्लब में तीसरे ‘आम महोत्सव’ का शानदार आयोजन किया। इस बार भी महोत्सव ने खूब कमाल दिखाया, जिसमें आम उगाने वाले किसानों, नर्सरियों और आम के दीवानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

महोत्सव के खास मेहमान इण्टैक के चेयरमैन अशोक सिंह ठाकुर और रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन अरविंद शुक्ला (डाइरेक्टर चैप्टर डिविजन) थे। इस साल के महोत्सव में पचास से ज़्यादा आम उगाने वाले किसान और ग्रुप आए थे, जिन्होंने पचास से भी ज़्यादा तरह के आमों का जलवा दिखाया। करेलवा, लतवा, सिन्दूरिया, हाथी झूलना, नाजुक बदन, चौसा, दशहरी, कपुरी, मालदा जैसे कई जाने-पहचाने और कुछ ऐसे नाम भी थे, जो शायद ही पहले कभी सुने हों, सब एक ही हॉल में देखने, खरीदने और चखने को मिल रहे थे। पूरा हॉल आम की भीनी-भीनी खुशबू से महक रहा था। इस इवेंट में दस बड़ी नर्सरियों ने अपने पौधे भी बेचे। इसके अलावा, आम से बने लज़ीज़ पकवानों ने भी खूब धूम मचाई, जिसमें महिला समूहों और शहर के मशहूर होटलों ने भी अपने स्टॉल लगाए थे।

प्रदर्शनी में लगा गौरजीत आम का स्टाल. कहा जाता है कि यह सिर्फ पूर्वांचल में पाया जाता है.
प्रदर्शनी में लगा गौरजीत आम का स्टाल. कहा जाता है कि यह सिर्फ पूर्वांचल में पाया जाता है.

यह महोत्सव हमारी पुरानी विरासत और जो फल कम दिख रहे हैं, उन्हें बचाने के मकसद से लोगों में आम के लिए और प्यार जगाने में कामयाब रहा। सबसे बढ़िया बात ये थी कि कृषि वैज्ञानिक और आम पर खास रिसर्च करने वाले डॉ. शैलेन्द्र राजन, डॉ. एनके सिंह और प्रो. वैदुर्य शाही जैसे बड़े-बड़े लोग वहां मौजूद थे। उन्होंने किसानों और ग्रुप्स को आम की पैदावार, बीमारियों और देखभाल से जुड़ी सारी दिक्कतों के हल बताए, जो सच में बहुत काम के थे।

गोरखपुर आम महोत्सव में रखी गई आम की वेराइटी जिसका नाम 'नाज़ुक बदन' है. फोटो: गो गोरखपुर.कॉम
गोरखपुर आम महोत्सव में रखी गई आम की वेराइटी जिसका नाम ‘नाज़ुक बदन’ है. फोटो: गोगोरखपुर.कॉम

शहर के हजारों आम प्रेमी वहां पहुंचे और उन्होंने खूब मौज-मस्ती के साथ झोला भरकर आम खरीदे। मेयर डॉ. मंगलेश, उद्योगपति एसके अग्रवाल, विष्णु अजीत सरिया, प्रवीण मोदी, कुलपति प्रो. पूनम टण्डन, डॉ. पीएन भट्ट, डॉ. शिवशंकर दास, डॉ. धर्म व्रत तिवारी, डॉ. शिराज वजीह, पुष्प दन्त जैन के साथ-साथ इण्टैक गोरखपुर कन्वेनर महावीर प्रसाद कण्डोई, डॉ. मुमताज खान, नुसरत अब्बासी, अचिन्त्य लाहिड़ी, सूर्य कुमार त्रिपाठी, नीरज अस्थाना, सुधीर राय और आरएम त्रिपाठी, एलएन मालवीय जैसे लोगों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरा साथ दिया। यह कार्यक्रम एकदम हिट रहा और अगले साल इसे और ज़ोरदार बनाने की चाहत के साथ खत्म हुआ।


Priya Srivastava

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Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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