गाजियाबाद नगर निगम के प्रकाश विभाग में करोड़ों के घोटाले का आरोप

गाजियाबाद: गाजियाबाद के वार्ड 18 की पार्षद शशि सिंह ने नगर निगम के प्रकाश विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। पार्षद का आरोप है कि पूर्व प्रकाश प्रभारी राजकुमार आश ने ठेकेदारों के साथ मिलकर 80 लाख रुपये से भी कम बाजार मूल्य की स्ट्रीट लाइटों को 3.80 करोड़ रुपये में खरीदकर बड़े पैमाने पर धांधली की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने जांच कराए जाने की बात कही है।
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बुधवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, पार्षद शशि सिंह, उनके पति डॉ. पवन गौतम, और पूर्व पार्षद जाकिर अली सैफी ने नगर आयुक्त और पूर्व प्रकाश प्रभारी राजकुमार आश पर गंभीर आरोप लगाए। पार्षद शशि सिंह ने बताया कि प्रकाश विभाग में तैनात एई राजकुमार आश का स्थानांतरण हो चुका है, लेकिन नगर आयुक्त द्वारा उन्हें अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया गया है।
डॉ. पवन कुमार गौतम ने आरोप लगाया कि 15 अक्टूबर 2024 को अवस्थापना विकास निधि से पांचों जोन के लिए 70 वॉट की तीन हजार एलईडी लाइट और 90 वॉट की दो हजार एलईडी लाइट खरीदी गईं, जिस पर 3 करोड़ 85 लाख 83 हजार रुपये खर्च किए गए। उनका दावा है कि इन उपकरणों का कुल बाजार मूल्य 80 लाख रुपये से भी कम है, जो स्पष्ट रूप से एक बड़े घोटाले की ओर इशारा करता है।
इस पूरे प्रकरण पर नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा, “प्रकाश प्रभारी नियम के तहत कार्यों को कराया गया है। पार्षद के आरोपों की जांच कराई जाएगी। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है, तो दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”