दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन शुरू

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) ने आज से परास्नातक (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस अवसर पर विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि अध्ययन, शोध और नवाचार के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में पहचान बना रहे इस विश्वविद्यालय में प्रवेश लेकर छात्र उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकेंगे।
आज से शुरू हुई इस प्रवेश प्रक्रिया के तहत, अभ्यर्थी विश्वविद्यालय परिसर में संचालित होने वाले पीजी, एलएलबी, एलएलएम, बीपीएड, एमएड और विभिन्न डिप्लोमा कोर्सेज के कुल 51 पाठ्यक्रमों में उपलब्ध 4248 सीटों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवार विश्वविद्यालय के आधिकारिक प्रवेश पोर्टल www.dduguadmission.in पर जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं और प्रवेश संबंधी विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 3 जून निर्धारित की गई है।
इस वर्ष, प्रदेश शासन के दिशानिर्देशों के अनुसार, विश्वविद्यालय में प्रवेश ‘प्रवेश समर्थ’ पोर्टल के माध्यम से किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को भी अब विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के बाद उन्हें एक विशिष्ट डीडीयू रजिस्ट्रेशन नंबर (डीडीयूआरएन) प्राप्त होगा।
परिसर में पीजी पाठ्यक्रमों में उपलब्ध सीटों का विवरण
एमएचएमसीटी: 30
एम ए: 1778
एमएससी: 531
एम कॉम: 150
एम बी ए: 150
एम एस सी कृषि: 144
पीजी डिप्लोमा: 204
एल एल बी: 374
एल एल एम: 36
बीपीएड: 220
एम एड: 165
प्रवेश के लिए इस बार DDURN पंजीकरण अनिवार्य
इस नई प्रवेश व्यवस्था के अंतर्गत, विश्वविद्यालय या उससे संबद्ध किसी भी कॉलेज में प्रवेश लेने के इच्छुक सभी आवेदकों को सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के उपरांत उन्हें एक डीडीयूआरएन प्राप्त होगा।
विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवार उसी पोर्टल पर अपने पसंदीदा कार्यक्रम का चयन करके आवेदन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। वहीं, जो छात्र संबद्ध महाविद्यालयों में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें संबंधित कॉलेज के आवेदन पत्र में अपने डीडीयूआरएन का उल्लेख करना होगा। बिना डीडीयूआरएन के किसी भी महाविद्यालय में प्रवेश संभव नहीं होगा। प्रत्येक आवेदक को केवल एक ही पंजीकरण नंबर मिलेगा, जिसके माध्यम से वे चाहें तो एक से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकेंगे।