Gorakhpur: गोरखपुर शहर में आवासीय जरूरतों को पूरा करने के लिए निजी रियल एस्टेट कंपनियां आगे आ रही हैं। ओमेक्स समूह के बाद, जीत एसोसिएट्स ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण से 46.423 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करने का लाइसेंस प्राप्त किया है।
प्राधिकरण के मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि जीत एसोसिएट्स को गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर चौरीचौरा तहसील में 46.423 एकड़ जमीन पर कॉलोनी विकसित करने का लाइसेंस मिला है। इस परियोजना में लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। कंपनी एक महीने के भीतर प्राधिकरण को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट सौंपेगी।
यह लाइसेंस उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति, 2023 के तहत जारी किया गया है। जीत एसोसिएट्स के प्रोपराइटर सर्वजीत सिंह दीपक ने कहा कि उनका उद्देश्य आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक सुव्यवस्थित टाउनशिप विकसित करना है।
दूसरी ओर, ओमेक्स लिमिटेड 119 एकड़ भूमि पर तालजहा और गायघाट में इंटीग्रेटेड टाउनशिप का निर्माण करेगा। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राधिकरण के अनुमोदन के लिए लंबित है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण स्वयं भी खोराबार टाउनशिप और मेडिसिटी परियोजना के तहत खोराबार और जंगल सिकरी में 18,722 एकड़ भूमि पर और मानबेला में 207 एकड़ भूमि पर राप्तीनगर विस्तार और स्पोर्ट्स सिटी विकसित कर रहा है।
प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता ने बताया कि इन टाउनशिप परियोजनाओं में विभिन्न आय वर्गों के लोगों के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ आवास उपलब्ध होंगे। इनमें भूखंड, हाईराइज अपार्टमेंट, विला और सार्वजनिक सुविधाएं शामिल होंगी। स्कूल, अस्पताल, पार्क, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और क्लब भी बनाए जाएंगे।
जीडीए के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने कहा कि जीडीए पहले से ही दो इंटीग्रेटेड टाउनशिप परियोजनाएं शुरू कर चुका है। उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के तहत निजी क्षेत्र के ओमेक्स समूह के बाद अब जीत एसोसिएट्स को भी इंटीग्रेटेड टाउनशिप का लाइसेंस मिला है।