सूचना के बाद मची थी अफरा-तफरी
पुलिस की गिरफ्त में आए कुर्बान अली के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक कैंट शशि भूषण राय ने बताया कि कुर्बान अली रविवार को दुकान मालिक के साथ घूमने निकला था. इस दौरान उसने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी कि चार बदमाश काला कपड़ा पहने गोरखनाथ मंदिर में बम लेकर दाखिल हो गए हैं. उसने यह भी बताया कि एक टिफिन में केक के बीच में बम रखा गया है और मेन गेट की चेकिंग से भी वह सब बच गए हैं. इस सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए थे. सूचना से मची अफरा—तफरी के बीच जिलाधिकारी, एसएसपी सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, लेकिन जांच पड़ताल में सूचना फर्जी निकली.
गोरखनाथ इंडस्ट्रीयल एरिया में किराये पर रहता है आरोपित
इंस्पेक्टर ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर थाना पुलिस ने मु०अ०सं० 03/2023 धारा 419, 420, 467, 478, 471, 182 आईपीसी दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल में आरोपी की पहचान बिहार के वैशाली निवासी कुर्बान अली के रूप में हुई. वह गोरखनाथ क्षेत्र के इंडस्ट्रीयल एरिया में अपने पिता के साथ लगभग 12 साल से किराये के मकान में रहता है. उसने जिस मोबाइल से पुलिस को सूचना दी उसका सिम फर्जी नाम और पते पर खरीदा गया था. फिलहाल पुलिस ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करके उसे न्यायालय भेज दिया है.
जेल में है मुर्तजा
गौरतलब है कि इससे पहले 2 अप्रैल 2022 को गोरखनाथ मंदिर पर आतंकी हमला भी हुआ था. जिसमें कैंट क्षेत्र सिविल लाइंस निवासी मुर्तजा अहमद अब्बासी ने मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के जवानों पर बांकी (धारदार हथियार) से हमला किया था. उस घटना में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पुलिस ने हमलावर मुर्तजा को मौके पर ही दबोच लिया था. बाद में पूछताछ में मुर्तजा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए और उसके आतंकी कनेक्शन होने के मिले सबूतों के आधार उसे आतंकी घोषित किया गया था. फिलहाल मुर्तजा जेल में है.