महायोजना 2031 |
Go Gorakhpur: गोरखपुर विकास प्राधिकरण की महायोजना 2031 के प्रारूप पर आपत्ति करने की समय सीमा 15 अक्तूबर को खत्म हो गई. अब तक 11 हजार से अधिक आपत्तियां जीडीए को मिली हैं. नियोजन विभाग सभी आपत्तियों को उनकी प्रवृत्ति के अनुसार अलग करने में जुट गया है, ताकि उन्हें कम्प्यूटर में फीड किया जा सके. जल्द ही सुनवाई को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार के बाद सुनियोजित विकास के लिए महायोजना-2031 तैयार है. जीडीए बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद महायोजना के प्रारूप को सार्वजनिक कर आपत्तियां एवं सुझाव भी मंगाए जा चुके हैं. आपत्ति एवं सुझाव के लिए जहां चार अक्तूबर की डेडलाइन तय की गई थी, उसे लोगों की आपत्तियां देखते हुए 15 अक्तूबर तक विस्तार मिला था. अंतिम तिथि तक करीब 11 हजार आपत्तियां आई हैं. आपत्तियों की आनलाइन फीडिंग होने के बाद सुनवाई की तिथि निर्धारित की जाएगी.
खेल मैदान को लेकर भी काफी आपत्तियां: गोरखपुर विकास प्राधिकरण में सर्वाधिक आने वाली आपत्तियां भू उपयोग परिवर्तन के संबंध में हैं. ग्रीन लैंड को आवासीय करने, मुख्य सड़क पर स्थित भूखंडों का भूउपयोग व्यावसायिक करने, खेल मैदान को लेकर भी काफी आपत्तियां मिली हैं.
जीडीए सचिव उदय प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि महायोजना 2031 के प्रारूप पर आपत्ति दर्ज कराने की अवधि खत्म हो चुकी है. 11 हजार के करीब आपत्तियां मिली हैं. उनकी छंटाई कर अलग अलग किया जा रह है. सुनवाई की तिथि जल्द घोषित की जाएगी.