नेशनल एजुकेशनल सोसायटी गोरखपुर द्वारा चार दिवसीय
ललित कला महोत्सव- 2022 का उद्घाटन
महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में ललित कला महोत्सव के उद्घाटन सत्र में मंचासीन अतिथिगण. |
GO GORAKHPUR: आरएसएस के प्रांत प्रचारक सुभाष ने कहा कि साध्य के लिए साधन नहीं साधना व संकल्प अनिवार्य है. संकल्प मजबूत हो तो साधन आड़े नहीं आता. व्यक्ति साधना करते-करते साध्य को प्राप्त कर सकता है. संकल्प से साहस का निर्माण होता है. प्रांत प्रचारक शुक्रवार को महात्मा गांधी इंटर कालेज में नेशनल एजुकेशनल सोसायटी गोरखपुर द्वारा आयोजित चार दिवसीय ललित कला महोत्सव- 2022 के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे.
आरएसएस के प्रांत प्रचारक सुभाष |
प्रांत प्रचारक ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर में नेशनल एजुकेशनल सोसायटी ने विगत 100 वर्षों में अनुकरणीय कार्य किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा से संस्कार का जन्म होता है. मनुष्य के विकास हेतु शिक्षा आवश्यक है. शिक्षा से व्यक्ति का उत्थान होता है. उन्होंने कहा कि “कला शब्द स्वयं अति सुंदर है परंतु जब इसमें ललित लग जाए तो यह और सुंदर हो जाता है. कला मनुष्य के जीवन की अभिव्यक्ति है. कला समाज का दर्पण है. कला को अभिव्यक्त करने के लिए मंच की आवश्यकता होती है इसीलिए हमारे यहां कहा गया है कि दुनिया एक रंगमंच है और हम सभी अपने किरदार निभा रहे हैं.
फाइनल में पहुंचे 25 प्रतिभागी
ललित कला महोत्सव के प्रथम दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. सरोज श्रीवास्तव स्मृति एकल नृत्य प्रतियोगिता की स्क्रीनिंग में कनिष्ठ वर्ग में 38 व वरिष्ठ वर्ग में 26 विद्यालयों ने प्रतिभाग किया. कनिष्ठ वर्ग में 13 व वरिष्ठ वर्ग में 12 प्रतिभागियों को फाइनल के लिए चयनित किया गया. एकल गायन प्रतियोगिता महविद्यालय स्तर, एकल नृत्य प्रतियोगिता महाविद्यालय स्तर, क्विज प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक वर्ग में आठ-आठ प्रतिभागियों को अगले चरण के लिए चयनित किया गया. तीन वर्गों में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में 766 प्रतिभागी सम्मिलित हुए एकांकी / नृत्य नाटिका में 14 टीमों ने प्रतिभाग किया. इस अवसर पर डा. वीरेंद्र पटेल, अलगू राम, डा. राजेश श्रीवास्तव, शशि भूषण श्रीवास्तव, मदन मोहन गुप्ता, डा. प्रियंका श्रीवास्तव, डा. शक्ति सिंह, डा. मधुलिका श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहीं.
कार्यक्रम स्थल का विहंगम दृश्य (सभी चित्र: कॉलेज मीडिया टीम) |