GO GORAKHPUR:महानगर के जनजीवन पर मौसम का पहरा है.हालात के इसी तरह कुछ और दिनों बने रहने के आसार हैं. ऐसी भविष्यवाणी मौसम विज्ञानियों की है. वे बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है. कुछ दिनों तक मौसम और इस वजह से जिंदगी ऐसी ही झेलमझेल रहेगी.
नए साल की पहली सुबह घने कोहरे में लिपटी रही. वहीं साल के दूसरे दिन ठंड अपनी रवानी पर थी. सोमवार सुबह रिमझिम कोहरे की बूंदों से लोग कांप रहे हैं. वहीं रविवार नए साल के दिन हल्की धुंध छाई रहने से सूरज के दर्शन नहीं हुए. दिन में धूप नहीं निकलने से कड़ाके की ठंड में लोग कांपते रहे.
कोहरे की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है. ट्रेनें कई घंटे की देरी से चल रही हैं. जबकि धुंध की वजह से सड़क पर हादसे बढ़ गए हैं.गुजरे साल के अंतिम दिन खिली धूप की वजह से लोगों को ठंड से राहत मिली थी लेकिन नए साल के पहले दिन कड़ाके की ठंड की वजह से लोग पूरे दिन ठिठुरते नजर आए.
रविवार को छुट्टी का दिन और नए साल का पहला दिन होने के बावजूद ठंड के कारण अधिकतर लोग घर से बाहर नहीं निकले. ठंड बढ़ने से अधिकतम तापमान शनिवार की तुलना में करीब चार डिग्री लुढ़क गया. शनिवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री के आसपास था, जो रविवार को 17.1 डिग्री दर्ज किया गया. इस तरह अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम रहा.
वहीं न्यूनतम तापमान की भी यही स्थिति रही. रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 8.4 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है. इस वजह से मैदानी इलाकों में गलन बढ़ी है. आने वाले कुछ दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना है.
थमी ट्रेनों की रफ्तार
सुबह घने कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई. हमसफर, वैशाली, गोरखधाम से लेकर पूर्वांचल तक दो से पांच घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंची. 12 बजे रात को पहुंचने वाली सहरसा एक्सप्रेस सुबह चार बजे पहुंची. वैशाली एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय 9:25 बजे के बजाय 11:55 बजे पहुंची. गोरखधाम एक्सप्रेस निर्धारित समय से करीब तीन घंटे की देरी से दोपहर 12:29 बजे पहुंची. अवध-असम रात 11:30 बजे के बजाय तड़के करीब तीन बजे पहुंची. पूर्वांचल करीब डेढ़ घंटे की देरी से, हमसफर करीब 3:30 घंटे की देरी से, सत्याग्रह चार घंटे की देरी से और सप्तक्रांति 5:50 घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंचीं.