काउंटडाउन खत्म: ललित कला महोत्सव 2022 शुरू होने में बस कुछ घंटे शेष
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महात्मा गांधी इंटर कॉलेज प्रांगण में ललित कला महोत्सव के लिए तैयार किया गया मंच |
GO GORAKHPUR: गोरखपुर जिले के सबसे पुराने शैक्षिक संस्थानों में शुमार महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रांगण में शुक्रवार से तीन दिवसीय ललित कला महोत्सव की शुरुआत होगी. इस आयोजन के तहत कई आकर्षक कार्यक्रम होने हैं, लेकिन जो सबसे प्रतीक्षित कार्यक्रम होगा वह एलुमनी मीट है. इस बार यह आयोजन कई मायनों में अलग होने जा रहा है. पुरातन छात्रों के इस सम्मेलन में वर्ष 1951 और 1952 में इस विद्यालय से पढ़ाई करके निकलने वाले तीन पूर्व छात्र आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगे. इन तीन ‘युवाओं’ की उम्र आज भले ही 87-88 हो, लेकिन इस कार्यक्रम में वे अपने शैक्षिक संस्थान से जुड़ी यादों और उस दौर के मूल्यों को नई पीढ़ी के साथ साझा करेंगे.
1973 से लगातार हो रहा है आयोजन: मंकेश्वरनाथ पांडेय
महात्मा गांधी इंटर कॉलेज प्रांगण में होने वाले ललित कला महोत्सव का आयोजन नेशनल एजुकेशन सोसाइटी कर रही है. सोसाइटी के सचिव मंकेश्वरनाथ पांडेय ने बुधवार को प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि नेशनल एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना 1909 में हुई थी. यह सोसाइटी सबसे पुरानी शैक्षिक संस्थाओं में से एक है. सोसाइटी की ओर से ललित कला महोत्सव का आयोजन 1973 से लगातार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उद्घाटन 16 दिसंबर को सुबह 11 बजे महात्मा गांधी इंटर कालेज में प्रांत प्रचारक गोरक्षप्रांत करेंगे. आयोजन में सांसद रवि किशन भी बतौर अतिथि शामिल होंगे. समापन 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे पुरस्कार वितरण के साथ होगा. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह होंगे. 17 दिसंबर को तीनों संस्थानों में पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इसमें 50 वर्ष (1972 बैच) और 25 वर्ष (1997 बैच) पूर्व के विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा.
देश-विदेश में महत्वपूर्ण पदों पर हैं कॉलेज के छात्र
पुरातन छात्र परिषद के संयोजक और कार्यक्रम के कन्वीनर दिनेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, जिले से सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों में से है. यहां से पढ़कर निकले छात्रों ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन किया है. यहां के छात्र आज देश-विदेश में महत्वपूर्ण पदों पर हैं. इस आयोजन में ऐसे कई पुराने छात्र शिरकत करेंगे. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
तीन वरिष्ठ एलुमनी के आशीष से सिंचित होगा कार्यक्रम
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हर प्रसाद मुखर्जी और अरूप रॉय |
महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के एलुमनी मीट में तीन वरिष्ठ एलुमनी अपनी यादें साझा करेंगे. बैच के अनुसार इस सूची में पहला नाम होगा नेशनल एजुकेशन सोसाइटी के पूर्व श्री अध्यक्ष शिवनारायण श्रीवास्तव का. उन्होंने 1945 में गोरखपुर हाई स्कूल यानी आज के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में दाखिला लिया था और यहां से 1951 में पढ़ाई पूरी करके निकले. गौरतलब है कि विद्यालय का नाम 1948 में महात्मा गांधी हाई स्कूल किया गया था.
कॉलेज के सबसे वरिष्ठ एलुमनी की सूची में अगला नाम श्री अरूप रॉय का है. वह एनईआर विजिलेंस से सेवानिवृत्त हैं और अभी परिवार के साथ कोलकाता में रह रहे हैं. वह 1952 में एमजी इंटर कॉलेज से पास हुए थे. 88 वर्षीय अरूप रॉय इस कार्यक्रम में मोबाइल के माध्यम से अपने संस्मरण सुनाएंगे.
इस सूची में अगला नाम श्री हर प्रसाद मुखर्जी का है. वह पूर्वोत्तर रेलवे में सीनियर सेक्शन आफिसर अकाउंट से सेवानिवृत्त हैं. उन्होंने 1952 में कॉलेज से इंटर पास किया था. 88 की उम्र में भी जब उन्होंने कॉलेज के एलुमनी मीट आयोजन के बारे में जाना तो वह सहर्ष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तैयार हो गए. उन्होंने कार्यक्रम में शिरकत करने को लेकर अपनी सहमति आयोजकों को दी.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले पुराने छात्रों की सूची के कुछ नाम यूं हैं –
- गिरिजा शंकर तिवारी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत, देसही देवरिया (1969 बैच)
- डॉ. धर्मव्रत तिवारी (1972 बैच)
- गोपी कृष्ण श्रीवास्तव, उप नगर आयुक्त, नगर विकास, उत्तर प्रदेश (1975 बैच)
- डॉ. कैलाश नाथ श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त चीफ वेटरिनरी आफिसर (1976 बैच)
- सुधीर कुमार श्रीवास्तव, डायरेक्टर, सहारा इंडिया ग्रुप
- दीपक चंद्र श्रीवास्तव (1985 बैच)
- डॉ. रामनाथ वर्मा, प्रवक्ता भौतिक विज्ञान, एमजी इंटर कॉलेज (1987 बैच)
- महेंद्र मोहन गुप्ता, (1989 बैच)
- प्रोफेसर प्रताप कुमार, गलगोटिया कॉलेज, ग्रेटर नोएडा (1989 बैच)
- डॉ. रणंजय प्रताप सिंह, एमबीबीएस, एमडी (1990 बैच)
- प्रोफेसर आलोक श्रीवास्तव, एचओडी, रसायन शास्त्र विभाग (1991 बैच)
- डॉ. अमित सिंह, आर्थोपेडिक सर्जन, (1997 बैच)
- सत्य प्रकाश शुक्ला, प्रवक्ता अर्थशास्त्र, जुबिली इंटर कॉलेज (1997 बैच)
- रुपेश माधवानी, रीजनल सीएजी हेड, यूनियन बैंक (2000 बैच)
- डॉ. अमित कुमार पांडेय (2000 बैच)
- बृजेश गुप्ता, फूड एनालिस्ट, उत्तर प्रदेश सरकार (2000 बैच)
- डॉ. भुवन भास्कर मिश्र, असिस्टेंट प्रोफेसर, बीएनएम विश्वविद्यालय, बिहार (2003 बैच)
- डॉ. अवनींद्र द्विवेदी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (2004)
(कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति देने वाले पूर्व छात्रों के नाम की यह सूची आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप से जुटाई गई है)
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