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प्राइमरी के तीन मास्टर ऐश-ओ-आराम के लिए ये क्या करने लगे?

Go Gorakhpur: खुद को एसटीएफ कर्मचारी बताकर शिक्षकों से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक मौजूदा शिक्षक है, एक बर्खास्त शिक्षक है जबकि तीसरा इस गैंग का सहयोगी है. इस गिरोह में शामिल तीसरा शिक्षक अभी पकड़ से बाहर है. एसटीएफ और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार रात तहसील गेट के पास से गिरफ्तारी इनकी गिरफ्तारी की. मंगलवार को तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया.
पुलिस की गिरफ्त में रंगदारी मांगने के तीन आरोपित

Go Gorakhpur: खुद को एसटीएफ कर्मचारी बताकर शिक्षकों से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक मौजूदा शिक्षक है, एक बर्खास्त शिक्षक है जबकि तीसरा इस गैंग का सहयोगी है. इस गिरोह में शामिल तीसरा शिक्षक अभी पकड़ से बाहर है. एसटीएफ और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार रात तहसील गेट के पास से गिरफ्तारी इनकी गिरफ्तारी की. मंगलवार को तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया. 

बेसिक शिक्षा विभाग व एसटीएफ से जांच कराने के नाम पर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों से रंगदारी मांगने, जान से मारने की धमकी देने वाले गिरोह की सूचना एसटीएफ को मिली थी. गिरोह ने प्राथमिक विद्यालय जानीपुर में तैनात शिक्षक महेंद्र प्रताप सिंह को फोन किया था. महेंद्र की तहरीर पर कैंट पुलिस ने 10 अगस्त को रंगदारी मांगने की धारा में केस दर्ज किया था. सोमवार को आरोपितों ने फोन कर शिक्षक महेंद्र सिंह को पैडलेगंज बुलाया गया. यहां पर बुलाने के बाद आरोपितों ने धमकी दी कि अगर रुपये नहीं दोगे तो हत्या कर दूंगा. पीड़ित महेंद्र की तहरीर पर सोमवार को कैंट पुलिस ने एक और केस दर्ज कर लिया. इसी बीच सोमवार रात तहसील गेट के पास आरोपितों के होने की सूचना मिली. एसटीएफ गोरखपुर प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह और कैंट थाना प्रभारी शशिभूषण राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपितों की पहचान बस्ती जनपद के गौर थाना क्षेत्र के आमा बाजार निवासी गिरधारी लाल जायसवाल, महराजगंज जनपद के श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के परतावल निवासी राजकुमार यादव और बेलीपार इलाके के भीवापार निवासी रुद्रप्रताप यादव उर्फ आरपी के रूप में हुई. आरोपितों के पास से 6 मोबाइल फोन, सोने की 3 अंगूठी, एक आधार कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, डीएल, शिकायती पत्र आदि. 

विनय ने दी थी महेंद्र प्रताप की जानकारी : एसटीएफ के मुताबिक, गिरधारी लाल पूर्व मावि जंगल डुमरी नंबर1 भटहट ब्लाक में शिक्षक पद पर नियुक्त है. महेंद्र प्रताप सिंह से रंगदारी वसूलने के लिए विनय शर्मा ने बताया था. विनय खजनी ब्लाक में अध्यापक है. फिलहाल वह भी बर्खास्त हो चुका है. गिरधारी लाल ने ही अन्य कई शिक्षकों के नाम रंगदारी वसूलने के लिए राजकुमार यादव और रूद्र प्रताप यादव को बताया है.

पहले भेजा पत्र फिर रंगदारी न मिलने पर दी धमकी : गिरफ्तार आरोपित राजकुमार यादव ने पुलिस को बताया कि विनय, गिरधारी लाल जायसवाल, उसने और रुद्र प्रताप ने आपस में मिलकर महेंद्र प्रताप सिंह से वसूली की योजना बनाई थी. उन्होंने रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र महेंद्र प्रताप सिंह के पते पर भेजा. पत्र को राजकुमार ने खुद अपने हस्तलेख में लिखा था. इस पत्र में रंगदारी न देने पर एसटीएफ व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच कराने की धमकी दी गई. पत्र में अपना मोबाइल नंबर भी दिया था.

बर्ख़ास्त शिक्षक ने वसूली के लिए सुझाया था शिक्षक महेंद्र सिंह का नाम: जिस महेंद्र सिंह शिक्षक से रंगदारी मांगी गई थी, उनका नाम बर्खास्त शिक्षक विनय कुमार शर्मा ने बताया था. उसने ही बताया था कि महेंद्र सिंह से रुपये मांगने पर वह दे देगा. धमकी भरा पत्र भेजने के दौरान एक खाता संख्या भी दिया गया था, जिसमें रुपये मांगे गए थे.

राजकुमार ने दो स्कूलों से लिया था वेतन : शिक्षक महेंद्र सिंह को आरोपितों ने भेजे गए रंगदारी पत्र में सुनील कुमार नाम के एक शख्स का खाता नंबर दिया था. जांच में पता चला कि यह खाता भी राजकुमार का ही है. आरोपितों ने बताया कि सुनील कुमार यादव के नाम से राजकुमार ही विशुनपुर फुलवरिया प्राथमिक पाठशाला लक्ष्मीपुर ब्लॉक, महराजगंज में शिक्षक के पद पर तैनात था. फिलहाल नौकरी छोड़कर कुछ दिन तक वह फरार रहा. लेकिन, इसके बाद एक बार फिर उसने फर्जी/कूटरचित शैक्षणिक दस्तावेज के आधार पर धनगढ़ा प्राथमिक विद्यालय ब्लॉक परतावल महराजगंज में राजकुमार के नाम से नौकरी करनी शुरू कर दी है. राजकुमार इतना शातिर है कि वह दोनों स्कूलों से सरकारी वेतन उठा रहा था. एसटीएफ के मुताबिक, राजकुमार ने दो बार सरकारी नौकरी की और बर्खास्त भी हुआ. दोनों बार वेतन का भुगतान हुआ था. इस प्रकरण में शामिल लोगों के खिलाफ अब भी जांच चल रही है. 

शिक्षक है गिरधारी, बर्खास्त हो चुका है राजकुमार : पकड़ा गया आरोपित गिरधारी लाल जायसवाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल डुमरी नंबर एक भटहट ब्लॉक में शिक्षक है. जबकि राजकुमार यादव बर्खास्त शिक्षक है. यह फर्जी डिग्री पर नौकरी कर चुका है. राजकुमार की पत्नी सीमा यादव सोनबरसा प्राथमिक विद्यालय पनियरा में अध्यापक रह चुकी हैं, वर्तमान में नौकरी छोड़ दी है. 

राजकुमार ने की हैं दो शादियां : एसटीएफ के मुताबिक, राजकुमार यादव की पत्नी सीमा यादव सोनबरसा प्राथमिक विद्यालय ब्लॉक पनियरा, महराजगंज में अध्यापक पद पर नियुक्त थी. फिलहाल, वह नौकरी छोड़ चुकी है. एसटीएफ के मुताबिक, राजकुमार ने दो शादी कर रखी है. गिरधारी लाल जायसवाल की पत्नी प्रीति जायसवाल जंगल डुमरी नंबर1 भटहट प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के पद पर नियुक्त हैं. इन लोगों के फर्जी/कूटरचित नियुक्त होने की एसटीएफ अलग जांच करेगी.

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