Go Gorakhpur: पीपीगंज के जंगल कौड़िया के रहने वाले पारसध्वज सिंह की बच्ची गौरी (18 महीने) मौत से जंग लड़ रही है. वह दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (Spinal Muscular Atrophy) से जूझ रही है. मासूम की जान बचाने के लिए एक खास इंजेक्शन की दरकार है. इसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है. इतनी बड़ी रकम का इंतजाम करना परिजनों के लिए संभव नहीं है. वे मदद की गुहार लगा रहे हैं.
बेलघाट खुर्द गांव निवासी पारसध्वज सिंह ने मीडिया को बताया कि गौरी का इलाज दिल्ली स्थित एम्स में चल रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी एसएमए-1 जीन की कमी से होती है. इसमें छाती की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं. मासूम को सांस लेने में भी दिक्कत शुरू हो जाती है. डॉक्टरों का कहना है कि यदि चार में मासूम गौरी को 16 करोड़ का इंजेक्शन, जोलगेसमा (Zolgensma) नहीं लगा तो उसकी जान भी जा सकती है. इसे अमेरिका से मंगाया जा सकता है.
कैंपियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह भी बच्ची के इलाज के लिए मुख्यमंत्री को बीमारी के बारे में अवगत करा चुके हैं. पीड़ित बच्ची की मां किरन सिंह, पिता पारसध्वज सिंह तथा समाजसेवी नंदेश्वर सिंह ने सरकार तथा स्वयंसेवी संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई है.