GO GORAKHPUR: एहतियाती कदम उठाए जाने के बावजूद महानगर में डेंंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच बुधवार को एक महिला सिपाही की डेंगू से मौत की खबर आई है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शहर के विभिन्न अस्पतालों में 200 शैया आरक्षित कर ली गई है.
मिली जानकारी अनुसार जिस महिला सिपाही प्रियंका सिंह की बुधवार को मौत हो गई, वह जौनपुर की मूल निवासी थीं और चौरीचौरा थाने में तैनात थीं. तबीयत खराब होने पर उन्हें सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें बदन दर्द और बुखार से तकलीफ थी. मंगलवार की रात उनकी स्थिति बिगड़ने लगी. उन्हें लखनऊ के लिए रेफर किया गया. बुधवार को उन्हें लखनऊ ले जाया जा रहा था, परंतु रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज अवस्थी ने इस मौत की पुष्टि की है.
प्रियंका सिंह 2011 बैच की सिपाही थीं. उनके पति फार्मासिस्ट हैं तथा उनका तीन वर्ष का एक बच्चा भी है. वह किराये का मकान लेकर परिवार के साथ यहां रह रही थीं. उधर, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि महानगर और ग्रामीण इलाकों में डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं. यह हालात तब हैं जब मर्ज पर रोक के एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
गौरतलब है कि महानगर के तकरीबन दो दर्जन वार्डों से अब तक डेंगू के मरीज पंजीकृत किए गए हैं. जिला अस्पताल में दर्ज आकड़ों के मुताबिक 190 मरीज अब तक भर्ती किए जा चुके हैं. यह संख्या बीते वर्ष की संख्या से तीन गुनी ज्यादा है. मरीजों की संख्या को देखते हुए विभिन्न अस्पतालों में 200 बेड आरक्षित किए गए हैं. इनमें सामुदायिक अस्पतालों में 105, मेडिकल कालेज में 50 तथा टीबी अस्पताल में 25 बेड शामिल हैं.