इस अवसर पर अपने सम्बोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. रूचिका अग्रवाल ने बताया कि विभाग में कान के परदे एवं छेद के जटिलतम एवं आधुनिकतम ऑपरेशन किए जा रहे हैं. मुंह के कैंसर व स्कल बेस के बड़े ऑपरेशन भी एम्स में सुलभ हैं. इसी क्रम में डॉ. पंखुड़ी मित्तल ने बताया कि एम्स में अब जटिल से जटिलतम ऑपरेशन किए जा रहे हैं. अब दिल्ली, लखनऊ की दौड़ व आर्थिक भार से निजात मिल जाएगी. कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रो. सुरेखा किशोर, डा. अशोक प्रसाद, डीन एकेडमिक डॉ. हरिशंकर जोशी, डॉ. अजय भारती, गौरव गुप्ता, विक्रम वर्धन सहित कई फैकल्टी के सदस्य और नर्सिंग अधिकारी मौजूद रहे.
एम्स में कान सर्जरी की उपलब्ध सुविधाएं : इन्डोस्कोपिक टिम्पेनोप्लास्टि परदे की हड्डी मरम्मत, स्टेप्टेक्टोमी कान की हड्डी हटाना, मायरिगोप्लास्टिकान के छेद ठीक करना, कानजरवेटिव लैरिनगेक्टोमी कंठ की मरम्मत, इन्डोस्कोपिक-इन्डोस्कोपिक नेजल ट्यूमर जेएनए एक्सिशन-एडेनोइडेक्टामी बढे ग्रंथि का इलाज, नाक के छिद्र का कैंसर हटाना, फ्लेप्स लोकल एवं रिजिनल, नाक का बजना, इंडोस्कोपिक सीएसएफ मस्तिष्क मेरू की जांच, रिहिनोप्लास्टी नाक का ऑपरेशन, लारिनजियल ट्यूमर एक्सिशन स्वर ग्रंथि का इलाज.