GO GORAKHPUR:आप छापे से न डरें, निर्भीक होकर व्यापार करें. यह उर्जादायी अपील उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्प दंत जैन ने रविवार को व्यापारियों की बैठक में की. उन्होंने कहा कि जीएसटी के छापे से डरने की जरूरत नहीं है. इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके बात की गई है. उन्हें व्यापारियों की चिंता से अवगत कराया गया है. सीएम ने बिना भय कारोबार करने के लिए कहा है.
इस बीच गोरखपुर में बिना रजिस्ट्रेशन के कारोबार करने वाले फर्मों के खिलाफ लगातार 7वें दिन भी वाणिज्य कर विभाग का छापेमारी अभियान जारी रहा. रविवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल में एक साथ 8 टीमों ने छापेमारी कर 3 फर्मों के कागजात खंगाले. इस दौरान टीमों ने एक करोड़ तीन लाख रुपए जुर्माना ऑन द स्पॉट जमा कराए.
इनमें सबसे बड़ी कार्रवाई गीडा में हुई. यहां जीएसटी टीम ने एक फर्म से 5 करोड़ टर्नओवर की चोरी पकड़ी. इसके बदले एक करोड़ कर और जुर्माना वसूला. जीएसटी कमिश्नर ग्रेड 2 देवमणि शर्मा के मुताबिक कार्रवाई के दौरान टीम ने गोरखपुर के गीडा से एक करोड़, महराजगंज में एक व्यापारी से तीन लाख और देवरिया में एक किराना स्टोर से 6 हजार रुपये कर जमा कराया है.
उधर छापे से आक्रोशित व्यापारियों ने अग्रवाल भवन में रविवार को बैठक की. इसे पुष्प दंत जैन ने संबोधित किया और कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने आश्वासन दिया है कि किसी भी व्यापारी को भयभीत होने की जरूरत नहीं है. जीएसटी विभाग के अधिकारी यदि किसी व्यापारी के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार या प्रताड़ना करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने व्यापारियों से निर्भीक होकर दुकान खोलने और व्यापार करने के लिए कहा है. जैन के मुताविक केवल कुछ चयनित व्यापारियों की जांच की जा रही है, उन लोगों के बारे में विभाग को बड़ी अनियमितता की जानकारी मिली है.
इस दौरान जीडीए के सदस्य दुर्गेश बजाज ने कहा की मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि यदि कहीं पर किसी भी व्यापारी के साथ कुछ भी गलत हुआ है तो उसकी सूचना उनको दी जाए. दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र दूबे ने कहा की यदि किसी के यहां कोई जांच के लिए आता है तो अपने व्यापार मंडल के लोगों को सूचित करें.
गोरखपुर किराना कमेटी के महामंत्री गोपाल जायसवाल ने कहा की यदि कोई टैक्स बकाया है, तो उसे जमा करा दें. सराफा मंडल के पूर्व अध्यक्ष पंकज गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे अभिभावक हैं, उन पर हमें पूर्ण विश्वास है. इस दौरान अनूप किशोर अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, मदन अग्रहरि, भोला अग्रहरि, निखिल मोटानी, आरएस मिश्र, राजीव रस्तोगी, पदम अग्रवाल, राम मोहन अग्रवाल, अभिषेक शाही समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
शहर भर में बंद रही दुकानें
हालांकि, इन सबके बीच रविवार को भी इस छापेमारी के डर से शहर से लेकर देहात इलाकों तक की दुकानें बंद रही. अगर कहीं, दुकानें खुली भी रही तो टीम के पहुंचने की अफवाह पर पूरे दिन उनका शटर गिरता और उठता रहा.इस छापेमारी को लेकर व्यापारियों में काफी अधिक गुस्सा भी है.
निकाय चुनाव पर पड़ सकता है असर
व्यापारियों का कहना है कि, पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और कोरोना के बाद वे अभी किसी तरह उबर ही रहे थे कि अब जीएसटी टीम की छापेमारी से उनकी कमर टूट रही है. व्यापारियों के खिलाफ लगातार इस तरह के कदम का खामियाजा सरकार को आने वाले नगर निकाय चुनाव में भुगतना पड़ सकता है.