कुशीनगर के सेमरा गांव में आरएसएस कार्यकर्ता के बेटे उत्कर्ष सिंह की निर्मम हत्या। पशुओं को लेकर हुए विवाद में 4 आरोपियों ने की हत्या। परिजनों ने सरकारी जमीन पर बने आरोपियों के अवैध निर्माण को बुलडोजर से हटाने की मांग की। जानें पूरा मामला और कार्रवाई की जानकारी।
कुशीनगर: कुशीनगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जिला सह संघचालक इंद्रजीत सिंह के बेटे उत्कर्ष सिंह की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना शुक्रवार को कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के सेमरा गांव में हुई, जहाँ उत्कर्ष सिंह (44) को उनके खेत में फसल चर रहे जानवरों को हटाने की बात पर 4 आरोपियों ने पीट-पीटकर मार डाला। आरोपियों ने उत्कर्ष पर फरसे और लाठी-डंडों से हमला किया, उनकी आंख फोड़ दी और कान भी काट डाले। इस नृशंस वारदात के बाद से गांव में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है।
मृतक उत्कर्ष सिंह अखिल भारतीय गहरवार क्षत्रिय महासभा के जिला संगठन मंत्री भी थे। घटना की सूचना मिलने पर शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव लाया गया, लेकिन गुस्साए परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और अपनी मांगों को लेकर अड़ गए। इनमें मुख्य मांगें थीं, अपराधियों के सरकारी जमीन पर बने अवैध मकानों को बुलडोजर से गिराना, उनकी कॉल डिटेल निकलवाना, उत्कर्ष की पत्नी को सरकारी नौकरी और बेटी की शिक्षा के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देना। पुलिस अधीक्षक और एसडीएम के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
मामले की वजह: पशुओं को लेकर विवाद
आरएसएस के जिला सह संघचालक इंद्रजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम लगभग 7 बजे उनके बेटे उत्कर्ष सिंह को एक पड़ोसी ने सूचना दी कि उनके खेत में पशु घुस गए हैं। उत्कर्ष जब खेत में गए, तो उन्होंने वहां पास में झोपड़ी डालकर रहने वाले कन्हई यादव से पशुओं को हटाने के लिए कहा। इस बात पर कन्हई यादव के चार बेटे- सच्चिदानंद, श्रीनिवास, देवेंद्र और ज्ञान भड़क गए। शुरुआती कहासुनी जल्द ही हिंसक रूप ले ली। चारों आरोपियों ने मिलकर उत्कर्ष को पीटना शुरू कर दिया।
फरसे और लाठी-डंडों से किया हमला
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आरोपियों से जान बचाकर भागने की कोशिश कर रहे उत्कर्ष को उन्होंने दौड़ाकर फिर पकड़ लिया। इसके बाद उन पर फरसे और लाठी-डंडों से नृशंस हमला किया गया। इंद्रजीत सिंह के अनुसार, आरोपियों ने उत्कर्ष की एक आंख फोड़ दी और एक कान काट दिया। शोर सुनकर जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि आरोपी उत्कर्ष की गर्दन दबाकर बैठे थे। इसी बीच, पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, जिसे देखकर एक आरोपी भाग गया, जबकि तीन को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस हिरासत में 3 आरोपी, एक फरार
कुबेरस्थान थाना अध्यक्ष अश्विनी राय ने बताया कि आरएसएस नेता की तहरीर पर कन्हई यादव और उनके चारों बेटों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, जो स्वयं भी घायल हैं और जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। इनमें से एक को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पीएसी सहित 4 थानों की पुलिस बल तैनात की गई है।
परिजनों की मांगें और राजनीतिक हस्तक्षेप
मृतक उत्कर्ष सिंह के पिता इंद्रजीत सिंह जिला सत्र न्यायालय में वकील हैं, जबकि उनके बड़े भाई असीम सिंह बिजली विभाग में सहायक अभियंता हैं। उत्कर्ष अपने पीछे पत्नी और 8 साल की बेटी को छोड़ गए हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही विधायक मनीष मंटू जायसवाल, ब्लॉक प्रमुख आशुतोष बहुगुणा और भाजपा नेता मनोज सिंह जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। परिवार की मांगों को लेकर एसपी-एसडीएम द्वारा अवैध निर्माण पर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद ही परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए।
मुख्य तथ्य
- मृतक का नाम: उत्कर्ष सिंह (44), आरएसएस जिला सह संघचालक इंद्रजीत सिंह के बेटे।
- घटनास्थल: कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र का सेमरा गांव।
- घटना का कारण: खेत में घुस आए पशुओं को लेकर विवाद।
- आरोपियों की संख्या: 4 (सच्चिदानंद, श्रीनिवास, देवेंद्र, ज्ञान)
- पुलिस हिरासत में: 3 आरोपी
- परिजनों की मांगें:
- आरोपियों के अवैध मकान पर बुलडोजर चलाना।
- पत्नी को सरकारी नौकरी।
- बेटी की शिक्षा के लिए ₹50 लाख की आर्थिक सहायता।