Gorakhpur: चाय की दुकान पर काम करने वाले युवक ने दुकान मालकिन की फटकार से तंग आकर उसके तीन साल के बेटे का अपहरण कर लिया. युवक ने पांच लाख रुपये फिरौती की मांग की. घबराई महिला ने नौकायन पुलिस चौकी पर इसकी सूचना दी. बुधवार शाम करीब सात बजे हुई इस वारदात के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारियों तीन टीमें गठित कर दीं. टीमों ने दो घंटे के अंदर ही आरोपी को रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी युवक गोंडा का रहने वाला है.
धुरियापार निवासी राजेंद्र गौड़ की पत्नी साधना चिलमापुर में किराए के मकान में रहती हैं. उनका तीन साल का बेटा प्रशांत बुधवार शाम करीब सात बजे लापता हो गया. प्रशांत की खोज के दौरान साधना को एक फोन आया जिसमें पांच लाख की फिरौती मांगी गई. फोन करने वाले ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं मिले तो बच्चे को भूल जाओ. कुछ देर बाद फिर फोन आया और कहा गया कि अगर पांच लाख नहीं दिए तो बेटे की हत्या कर दी जाएगी.
साधना ने नौकायन चौकी पर सूचना दी. बात आला अफसरों तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल तीन टीमें गठित कर दीं. पुलिस ने पहले सीसीटीवी खंगाले, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. फिर मोबाइल लोकेशन से पता चला कि सुरेश रेलवे स्टेशन के पास है. तत्काल पुलिस वहां पहुंची और सभी प्लेटफॉर्म का निरीक्षण करने लगी. प्लेटफॉर्म नौ पर बच्चे के साथ सुरेश ट्रेन के इंतजार में खड़ा था. महिला के पहचानते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. अगर थोड़ी देर होती तो वह ट्रेन से गोंडा निकल जाता.
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह भी महिला की चाय स्टॉल पर काम करता था. उसी घर पर रहता भी था, लेकिन इधर महिला उसे बात-बात में फजीहत करने लगी. किसी के सामने डांट देती थी. उसे कई बार समझाया पर नहीं मानी तो उसे सबक सिखाने के लिए बच्चे को ले भागने का प्लान बनाया. शाम से ही वह बच्चे के अपहरण के फिराक में था. महिला कहीं गई थी और स्टॉल पर सिर्फ उसकी बेटी थी तभी पहुंच गया और उसके बेटे प्रशांत को गोद में लेकर निकल लिया. वह उसे लेकर गोंडा में अपने गांव जाने वाला था. स्टेशन पहुंचने के बाद मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया था.
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने मीडिया को बताया कि अपहरण की सूचना के बाद तत्काल तीन टीमें गठित कर दी गई थीं. साथ ही शहर की सीमाओं को सील कर दिया गया. आरोपी को रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया. बच्चे को महिला को सौंप दिया गया है.