Last Updated on September 28, 2025 8:37 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम के आगामी 9 अक्तूबर को होने वाले परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में एक विशाल रैली आयोजित होने जा रही है। पार्टी नेताओं का अनुमान है कि यह रैली पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है, जिसमें 10 लाख से अधिक बसपा समर्थकों का बड़ा जमावड़ा हो सकता है। रैली में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों से भी हजारों की संख्या में समर्थक शामिल होंगे। इस विशाल ‘कांशीराम परिनिर्वाण दिवस रैली’ को सफल बनाने और लाखों लोगों की भीड़ को देखते हुए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं।
कांशीराम परिनिर्वाण दिवस रैली में जुटने वाली भीड़ का अनुमान
बसपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शुरुआत में रैली के आयोजन का फैसला लेते समय केवल यूपी और उत्तराखंड के लोगों को ही आमंत्रित करने पर सहमति बनी थी। हालांकि, काफी सालों के बाद पार्टी प्रमुख मायावती की इतनी बड़ी रैली होने की वजह से अब अन्य राज्यों के समर्थक भी बड़ी संख्या में लखनऊ पहुंच रहे हैं, जिनकी संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पार्टी का अनुमान है कि केवल उत्तर प्रदेश के हर मंडल से ही 5 लाख से अधिक लोग रैली में शामिल होने आएंगे। इसके अलावा, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से भी लगभग 300 बड़ी गाड़ियों से समर्थकों के आने की सूचना मिल रही है।
तैयारियों का जायजा और जिला प्रशासन से समन्वय
लाखों लोगों की संभावित भीड़ को देखते हुए रैली की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तैयारियों के मद्देनजर, बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कांशीराम स्थल का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जुटने के कारण होने वाली व्यवस्था और सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, पार्टी द्वारा जिला प्रशासन से भी लगातार समन्वय स्थापित किया जा रहा है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
कांशीराम परिनिर्वाण दिवस रैली का महत्व
बसपा के लिए कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर होता है। पार्टी इस दिन विशाल रैलियों का आयोजन कर अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन करती है। कांशीराम स्थल पर आयोजित होने वाली इस रैली को राजनीतिक गलियारों में बसपा की आगामी रणनीति और जनाधार का संकेत माना जा रहा है। बड़ी संख्या में समर्थकों का जुटना यह दर्शाता है कि पार्टी आगामी चुनावों से पहले एक मजबूत संदेश देने की तैयारी में है।