Gorakhpur: धर्मशाला पुल से लेकर घंटाघर होते हुए पांडेय हाता तक बनने वाले विरासत गलियारा का नया डिजाइन भी व्यापारियों को रास नहीं आ रहा है. इस मार्ग पर जिन व्यापरियों की दुकानें हैं उन्हें अपनी रोजी छिनने का डर सता रहा है. प्रशासन के आश्वासन के बाद भी व्यापारियों का अनुमान है कि मार्ग के चौड़ा होने से उनकी दुकान का बड़ा हिस्सा ध्वस्तीकरण की जद में आएगा, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा. इस आशंका से व्यापारी विरोध पर उतर आए हैं. शुक्रवार को व्यापारियों ने पांडेय हाता से घंटाघर होते हुए रेती चौक तक प्रदर्शन किया और घंटाघर चौराहे पर कुछ देर के लिए धरना भी दिया.
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विरासत गलियारे को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन जमीनों के चिन्हांकन के बाद व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया. मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा तो उन्होंने कम से कम नुकसान के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया. इसके बाद नई डिजाइन तैयार की गई, लेकिन व्यापारियों का कहना है कि इससे भी उनकी दुकानें टूट जाएंगी. व्यापारियों का कहना है कि फोरलेन बनाने से कोई खास फायदा नहीं होगा, उल्टा सैकड़ों लोगों की रोजी छिन जाएगी. वे मुख्यमंत्री से मिलकर दुकानें नहीं तोड़ने की गुहार लगाएंगे. उनकी मांग है कि सड़क की चौड़ाई वर्तमान में जितनी है, उतनी ही रहने दी जाए.