सरकारी नौकरी के नाम पर छह करोड़ से अधिक की ठगी करने वाला आरोपी अजीत सिंह महाराजगंज जेल से गोरखपुर लाया जाएगा। चौरीचौरा पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी।
गोरखपुर: गोरखपुर समेत कई जिलों के बेरोजगार युवाओं से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर छह करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोपी अजीत सिंह को चौरीचौरा पुलिस जल्द ही महाराजगंज जेल से बी-वारंट पर गोरखपुर लाएगी। इस संबंध में विवेचक ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है।
क्या था मामला?
इस जालसाजी का खुलासा तब हुआ, जब ठगी के शिकार हुए चार प्रतियोगी छात्रों ने बीते 19 अप्रैल को चौरीचौरा थाने में केस दर्ज कराया। ये सभी छात्र प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात दीपक दुआ, अजीत सिंह, मुकेश लता सहित सात अन्य लोगों से हुई थी। इन जालसाजों ने उन्हें झांसा दिया कि वे यूपी, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब सहित अन्य राज्यों में लाखों रुपये लेकर सरकारी नौकरी दिलाते हैं।
इनके झांसे में आकर पीड़ितों ने अपनी पुश्तैनी जमीन तक गिरवी रख दी और एक बार में तीन-तीन लाख रुपये दिए। कुल मिलाकर, उन्होंने इन जालसाजों के खातों में 37.34 लाख रुपये जमा कराए थे। पैसे देने के बाद, जालसाजों ने उन्हें लखनऊ बुलाकर सचिवालय और हाईकोर्ट का फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब पीड़ित इन पत्रों को लेकर संबंधित कार्यालयों में पहुंचे, तो पता चला कि ये सभी जाली हैं।
आरोपी की गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
इसके बाद पीड़ितों ने चौरीचौरा थाने में केस दर्ज कराया। इसी बीच, महाराजगंज पुलिस ने एक अन्य ठगी के मामले में आरोपी अजीत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यह जानकारी मिलने के बाद, गोरखपुर पुलिस ने अजीत सिंह को बी-वारंट पर लाकर पूछताछ करने का फैसला किया है।
इस बारे में एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के लिए शहर लाया जाएगा और इसके लिए कोर्ट में अर्जी दी जा चुकी है।