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नगर निगम

गोरखपुर के विकास में हिस्सा बनें और कमाई करें, नगर निगम ला रहा है बॉन्ड, निवेश से मिलेगा शानदार मुनाफा

नगर निगम गोरखपुर
गोरखपुर नगर निगम 100 करोड़ रुपये का बॉन्ड जारी करने की तैयारी में है. जानें कैसे यह बॉन्ड शहर के विकास को गति देगा और निवेशकों को शानदार लाभ कमाने का मौका देगा.

Gorakhpur Nagar Nigam Bond Scheme: लखनऊ और वाराणसी नगर निगम की सफलता से प्रेरित होकर, अब गोरखपुर नगर निगम भी बॉन्ड जारी करने की तैयारी में है. यह पहल शहर के विकास के लिए न सिर्फ फंड जुटाएगी, बल्कि आम निवेशकों के लिए भी कमाई का एक नया जरिया बनेगी. दिवाली तक 100 करोड़ रुपये का बॉन्ड जारी करने की योजना के साथ, नगर निगम ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस बॉन्ड में निवेश करने वालों को शानदार लाभांश मिलने की उम्मीद है.

100 करोड़ रुपये का बॉन्ड और सेबी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू

गोरखपुर नगर निगम ने 100 करोड़ रुपये का बॉन्ड जारी करने की अपनी योजना को तेज कर दिया है. इसके लिए सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) में पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक दिल्ली स्थित कंसलटेंट अनुराग अरुण को नियुक्त किया गया है. यह वही कंसलटेंट हैं, जिनकी देखरेख में लखनऊ और वाराणसी नगर निगमों के बॉन्ड का रजिस्ट्रेशन हुआ था. निगम का लक्ष्य है कि दिवाली तक इस बॉन्ड को जारी कर दिया जाए, ताकि शहर के लोग और अन्य निवेशक इसमें निवेश कर सकें.

ऐसे मिलेगा निवेशकों को लाभ

इस बॉन्ड में निवेश करने वाले निवेशकों को लाभांश के रूप में विभिन्न स्रोतों से आय का लाभ मिलेगा. नगर निगम ने यह तय किया है कि बॉन्ड धारकों को नगर निगम टैक्स, जलकल विभाग की आय और शहर में प्रस्तावित कॉमर्शियल बिल्डिंग से होने वाली आमदनी से लाभांश (डिविडेंड) दिया जाएगा. हाल ही में नगर निगम की टैक्स और अन्य मदों से आय 120 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो बॉन्ड की सुरक्षा और रिटर्न का आश्वासन देती है. इसके अलावा, गोरखपुर के विस्तार से भी भविष्य में आय बढ़ने की उम्मीद है, जिससे निवेशकों का भरोसा और बढ़ेगा.

1000 करोड़ की संपत्ति का होगा व्यावसायिक उपयोग

गोरखपुर नगर निगम अपनी आय बढ़ाने के लिए एक बड़ी रणनीति पर काम कर रहा है. सूत्रों के अनुसार, निगम ने हाल के महीनों में अवैध कब्जों से मुक्त कराई गई करीब 1000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अब व्यावसायिक उपयोग में लाने का ब्लूप्रिंट तैयार किया है. इसमें गोलघर स्थित पुरानी जलकल बिल्डिंग को तोड़कर एक आधुनिक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना भी शामिल है. इस कॉम्प्लेक्स में मैकडोनाल्ड्स, स्टारबक्स और सबवे जैसे अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड के शोरूम खोलने की भी तैयारी है, जिससे शहर की आर्थिक गतिविधि में तेजी आएगी और नगर निगम की आय बढ़ेगी, जिसका सीधा लाभ बॉन्ड निवेशकों को मिलेगा.

“दिल्ली की फर्म को बॉन्ड के सेबी रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी दी गई है. इसी फर्म ने लखनऊ और वाराणसी नगर निगम के बॉन्ड की प्रक्रिया पूरी की थी. गोरखपुर नगर निगम का बॉन्ड भी बैंक के जरिये बेचा जाएगा. निवेशकों को इस बॉन्ड से अच्छा लाभ मिलेगा.” – नागेंद्र सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी, गोरखपुर नगर निगम

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Amit Srivastava

Amit Srivastava

About Author

गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. Amit Srivastava अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

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