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गाजियाबाद

गाजियाबाद: 130 की रफ्तार से हिस्ट्रीशीटर ने ट्रैफिक सिपाही को उड़ाया, 34 घंटे बाद हुई मौत

गाजियाबाद: 130 की रफ्तार से हिस्ट्रीशीटर ने ट्रैफिक सिपाही को उड़ाया, 34 घंटे बाद हुई मौत
गाजियाबाद में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक तेज रफ्तार कार ने ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक सिपाही को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में सिपाही की 34 घंटे बाद मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया है।

गाजियाबाद: गाजियाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर एक तेज रफ्तार कार ने ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक सिपाही विपिन कुमार (31) को टक्कर मार दी, जिससे उनकी 34 घंटे बाद मौत हो गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि सिपाही हवा में उछलकर करीब 100 मीटर दूर जा गिरे। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी हिस्ट्रीशीटर विनीत और उसके भाई सुमित को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने

यह घटना 22 अगस्त को शाम करीब 6 बजे विजयनगर में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हुई। 24 अगस्त को सामने आए सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक सफेद अर्टिगा कार (UP14GS9138) अचानक अपनी लेन बदलकर किनारे खड़े ट्रैफिक सिपाही विपिन कुमार को टक्कर मारती है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सिपाही हवा में करीब 10 फीट उछलकर 100 मीटर दूर जा गिरे। राहगीरों की मदद से उन्हें मणिपाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान 24 अगस्त को तड़के पौने 4 बजे उनकी मौत हो गई।

जानबूझकर की गई हत्या?

एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद के मुताबिक, यह कोई सामान्य ‘हिट एंड रन’ का मामला नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई हत्या है। कार की रफ्तार करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पुलिस के मुताबिक, यह एक सोची-समझी साजिश हो सकती है। फिलहाल पुलिस आरोपी विनीत और सिपाही विपिन के बीच किसी तरह के कनेक्शन की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और वीडियो के आधार पर केस में हत्या की धाराएं बढ़ाई जाएंगी।

आरोपी निकला हिस्ट्रीशीटर, पिता-चाचा पर भी केस

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी विनीत एक हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ मारपीट और चोरी के 6 मुकदमे दर्ज हैं। मधुबन बापूधाम के एसओ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी के पिता और चाचा भी इसी थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह और उसका भाई सुमित हरियाणा से लौट रहे थे और नशे में थे, इसलिए यह हादसा हुआ। हालांकि पुलिस इस पर यकीन नहीं कर रही और मामले की गहराई से जांच कर रही है।

2016 में भर्ती हुए थे सिपाही विपिन

शहीद सिपाही विपिन कुमार बुलंदशहर के खुर्जा के रहने वाले थे। वह 2016 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। विपिन की शादी 2015 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें 8 साल के जुड़वा बेटा-बेटी और एक 5 साल का बेटा शामिल है। विपिन की मौत के बाद उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है। विपिन के भाई अक्षय कुमार ने विजयनगर थाने में तहरीर दी है और इसे जानबूझकर की गई हत्या बताया है।

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Amit Srivastava

Amit Srivastava

About Author

गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. Amit Srivastava अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

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