Gorakhpur: बीते दशहरा और दिवाली में अगर आपके किचन तक मिलावटी खाद्य पदार्थ पहुंचा हो तो इसमें हैरानी की बात नहीं है. शहर में छोटे से लेकर बड़े, नामी दुकानों तक मिलावट का साया है. त्योहारों से पहले ही बाजार में व्रत के खाद्य पदार्थों की बढ़ी मांग का फायदा उठाने के लिए, मिलावटी सामानों की बिक्री खूब धड़ल्ले से की गई है.
खाद्य सुरक्षा विभाग ने सितंबर के अंत और अक्टूबर के पहले सप्ताह में जिले के विभिन्न हिस्सों से नमूने एकत्र किए थे. जांच रिपोर्ट में पनीर, बेसन, साबूदाना, खोया और तिन्नी के चावल में मिलावट पाई गई है. नवरात्रि के दौरान अधिकांश नमूने लिए गए थे, और रिपोर्ट अभी आई है. इन 21 असुरक्षित और घटिया नमूनों के विक्रेताओं को नोटिस भेजा जा रहा है, और उनका पक्ष सुनने के बाद केस दर्ज किया जाएगा.
खाद्य सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सहजनवां के एक लोकप्रिय रेस्तरां से लिए गए पनीर के नमूने और शहर तथा बेलीपार की एक दुकान से लिए गए साबूदाने के नमूने घटिया स्तर के पाए गए हैं. तीन किराना दुकानों से लिए गए बेसन के नमूने भी मानक के अनुसार नहीं पाए गए हैं.
गाय के दूध का नमूना भी घटिया स्तर का पाया गया है. इसके अलावा, असुरन चौक स्थित एक लस्सी की दुकान से प्राप्त खोया का नमूना भी खराब गुणवत्ता का मिला है. यहाँ तक कि दो दुकानों से ली गई अजवाइन के नमूने भी घटिया दर्जे के पाए गए हैं.
मोहद्दीपुर से बेसन और तारामंडल रोड से साबूदाना के नमूने अधोमानक पाए गए हैं. खूनीपुर की एक फर्म से लिए गए तिन्नी के चावल का नमूना और मियां बाजार की एक फर्म से लिए गए ब्रांडेड पानी का नमूना भी मिलावटी पाया गया है. राप्तीनगर चौराहे से लिए गए पनीर का नमूना भी अधोमानक निकला है.
धंधेबाजों ने व्रत के खाने में मिलावट करके उसे भी दूषित कर दिया है. नवरात्रि में सबसे ज़्यादा बिकने वाले साबूदाने में मैदा मिलाया जा रहा है. पनीर में तो पाउडर के साथ-साथ कपड़े धोने वाला लिक्विड भी मिलाया जा रहा है. इससे पनीर में न सिर्फ चिकनाई बनी रहती है बल्कि जांच में यह पकड़ा भी नहीं जाता.
जांच में सबसे ज्यादा मिलावट खोया और पनीर के नमूनों में पाई गई है. विभागीय सूत्रों के अनुसार, अधिकांश पनीर में दूध नहीं होता है. इसके बजाय, इसमें पाउडर मिलाया जाता है. इस पाउडर से पनीर बनाने के लिए कपड़े धोने का तरल पदार्थ मिलाया जाता है.
उरुवा क्षेत्र से एक मिठाई की दुकान से छेना मिठाई का नमूना लिया गया था जिसकी जांच रिपोर्ट में बाह्य तत्व युक्त होने का जिक्र है, मतलब इसमें ऊपर से कोई और पदार्थ मिलाया गया है.
वहीं दाउदपुर इलाके की दुकानों से जांच टीम ने 350 ग्राम नमकीन के जो नमूने लिए थे, जांच में वह मिसब्रांड मिला है. इससे यह साबित होता है कि यहां ब्रांडेड पैकेट में भी मिलावटी नमकीन बेचा जा रहा है.
चौरीचौरा इलाके की एक मिठाई की दुकान से लिया गया खोया, मेडिकल कॉलेज रोड से फाफड़ का आटा, तारामंडल इलाके से साबूदाना और शाहपुर इलाके की दो दुकानों से लिया गया साबूदाना भी अधोमानक पाया गया.
नवरात्र के आसपास बाजार से विभिन्न वस्तुओं के नमूने लिए गए थे. जो जांच रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर संबंधित सामग्री विक्रेताओं को नोटिस भेजा जा रहा है. यदि दुकानदार जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं, तो नमूना फिर से रेफरल लैब को भेजा जाएगा. उसकी रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज करने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई शुरू होगी. – डॉ. सुधीर कुमार सिंह, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा