देवरिया में सिक्योरिटी गार्ड राकेश तिवारी ने ट्रेन से कटकर जान दी। DM को लिखे सुसाइड नोट में पत्नी के अफेयर और पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, बच्चों के लिए की अपील। जानें पूरा मामला।
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सिक्योरिटी गार्ड राकेश तिवारी (40) ने ट्रेन से कटकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। रविवार सुबह करीब 8 बजे नदौली थाना गांव लार के पास रेलवे ट्रैक पर उनका सिर धड़ से अलग मिला। राकेश ने अपनी मौत से पहले जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को एक भावुक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी के कथित अफेयर और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुसाइड नोट में छलका दर्द और गंभीर आरोप
राकेश तिवारी ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी पत्नी अर्चना तिवारी (38) का पिछले चार साल से किसी कुलदीप नाम के युवक से अफेयर चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी उसी युवक के साथ अपने मायके में रहती है। इसी वजह से वे ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं।
सुसाइड नोट में राकेश ने अपनी पत्नी के लिए लिखा, “मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं…आई लव यू। लेकिन तुमने ये ठीक नहीं किया। मैंने क्या कमी छोड़ रखी थी।” उन्होंने मशहूर गाना “दिल दिया है, जान भी देंगे ऐ सनम तेरे लिए” की पंक्तियां भी लिखी हैं।
शहर को मिलेगा नया ‘स्काईवॉक’ पुल, GDA ₹14 करोड़ से बनाएगा दो-लेन का ब्रिज, जानें कब से होगा काम शुरू
राकेश ने डीएम से यह भी अपील की है कि उनके मरने के बाद उनके बैंक अकाउंट में जमा पैसा उनकी पत्नी को न दिया जाए। उन्होंने अपने चार बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की और लिखा, “मेरे जाने के बाद मेरे 4 बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। मेरे बच्चों मुझे माफ करना।” उन्होंने अपनी पत्नी और कुलदीप को ‘आई लव यू’ कहते हुए यह भी लिखा कि उनके मरने की खुशी में उन्हें आई लव यू।
पुलिस पर भी लगाए गंभीर आरोप
मृतक राकेश ने सुसाइड नोट में पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि उन्होंने इस मामले में महिला थाना और बरहज थाना समेत कई अधिकारियों से मदद मांगी, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि पिछले छह महीने से वे परेशान थे और थाने में उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता था। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक बार सुनवाई करने के लिए महिला थानेदार ने उनसे पैसे भी मांगे थे।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस, जांच जारी
राकेश तिवारी का शव रेलवे ट्रैक पर मिलने की सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF), जीआरपी (GRP) और डायल-112 पुलिस मौके पर पहुंची। जीआरपी के उपनिरीक्षक प्रभात चंद्र पाठक और 112 के हेड कॉन्स्टेबल अवधेश यादव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। राकेश का सिर घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर मंदिर के पास मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। RPF इंस्पेक्टर आस मोहम्मद ने बताया कि शव की जेब से एक सुसाइड लेटर और 140 रुपए बरामद हुए हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
राकेश तिवारी का व्यक्तिगत जीवन
राकेश तिवारी की शादी साल 2009 में हुई थी और उनके चार बच्चे हैं – दो बेटे और दो बेटियां। वे गाजियाबाद में एक सोसाइटी में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत थे और दो साल पहले ही उनकी नौकरी लगी थी। इससे पहले वे अपने गांव में ई-रिक्शा चलाते थे। उनकी पत्नी पिछले चार साल से बच्चों के साथ अलग रह रही थी। राकेश 4-5 दिन पहले ही गांव वापस आए थे। उनके माता-पिता का निधन कई साल पहले हो चुका है।