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डीडीयूजीयू छात्रों के लिए सुनहरा अवसर! एएआई संग ऐतिहासिक समझौता, विमानन क्षेत्र में मिलेगी इंटर्नशिप!

डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) के बीच एमओयू। छात्रों को हवाईअड्डा संचालन में इंटर्नशिप का मौका, करियर को मिलेगा बढ़ावा।

गोरखपुर: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस अभिनव पहल का उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों को नागरिक उड्डयन क्षेत्र में इंटर्नशिप और प्रायोगिक प्रशिक्षण का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करना है। यह साझेदारी छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव के बीच समन्वय स्थापित करने में सहायक होगी, जिससे उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था और वैश्विक कनेक्टिविटी के एक प्रमुख आधार, विमानन क्षेत्र में मूल्यवान अनुभव प्राप्त हो सकेगा। इस अवसर पर, एएआई के महाप्रबंधक (एचआर) श्री गिरीश कुमार और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।

समझौते का उद्देश्य एवं विद्यार्थियों को लाभ: इस एमओयू के माध्यम से छात्रों को वास्तविक उद्योग अनुभव प्राप्त होगा, जिसमें वे हवाईअड्डा संचालन, सुरक्षा प्रोटोकॉल, सूचना प्रौद्योगिकी और ग्राहक सेवा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अल्पकालिक परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे। दो से पांच दिन तक चलने वाली कार्यशालाओं और फील्ड विज़िट के ज़रिए छात्रों को वास्तविक एयरपोर्ट संचालन का गहन अवलोकन करने का अवसर मिलेगा। वहीं, 4 से 20 सप्ताह तक चलने वाली दीर्घकालिक इंटर्नशिप में वे उद्योग की कार्यप्रणाली को अधिक गहराई से सीखने का मौका पा सकेंगे। यह पहल छात्रों में टीमवर्क, प्रभावी संवाद, समस्या-समाधान और विश्लेषण जैसे आवश्यक व्यावसायिक कौशलों का विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

भारत का नागरिक उड्डयन क्षेत्र वर्तमान में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बनने की ओर अग्रसर है। ऐसे में, यह इंटर्नशिप कार्यक्रम छात्रों के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा, जहाँ वे तकनीकी, प्रबंधन और संचालन से संबंधित बहुमूल्य व्यावसायिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

कुलपति एवं महाप्रबंधक (एचआर) के वक्तव्य: इस ऐतिहासिक अवसर पर, कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “यह केवल एक इंटर्नशिप नहीं, बल्कि छात्रों के लिए भारत के सबसे गतिशील क्षेत्रों में से एक में करियर का प्रवेशद्वार है। यह समझौता छात्रों की क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगा और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करेगा।”

वहीं, श्री गिरीश कुमार, महाप्रबंधक (एचआर), एएआई ने कहा, “हमारा प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को वास्तविक कार्य परिवेश से जोड़ना है। यह पहल उनके करियर पथ को एक नई प्रेरणा प्रदान करेगी और उन्हें उद्योग की वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं से भली-भांति अवगत कराएगी।”

कार्यक्रम से कौन होगा लाभान्वित और शर्तें: यह कार्यक्रम उन छात्रों के लिए उपलब्ध होगा जो एएआई हवाईअड्डों से 25–40 किलोमीटर की भौगोलिक सीमा में अवस्थित संस्थानों में अध्ययनरत हैं। यह इंटर्नशिप कार्यक्रम बिना मानदेय का है, तथापि, 20 या अधिक छात्रों के दल के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। कार्यशालाओं के दौरान छात्रों को यदि संभव हो, तो एएआई द्वारा वर्किंग लंच और आवश्यक अध्ययन सामग्री भी प्रदान की जाएगी। यह स्पष्ट किया गया है कि यह इंटर्नशिप कार्यक्रम किसी भी प्रकार से रोजगार की गारंटी या एएआई में सीधी भर्ती का माध्यम नहीं है। यह समझौता ज्ञापन पाँच वर्षों की अवधि तक प्रभावी रहेगा, जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकेगा।

यह पहल एएआई की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को उद्योग की बदलती आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित करना और उन्हें राष्ट्रीय विकास में सक्रिय रूप से सहभागी बनने के लिए प्रेरित करना है।


Amit Srivastava

Amit Srivastava

About Author

गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. Amit Srivastava अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

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