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बहराइच जरवल रोड रेल लाइन: 70 किमी की नई लाइन का डीपीआर तैयार, यूपी में रेल को मिलेगी नई रफ्तार

बहराइच जरवल रोड रेल लाइन: 70 किमी की नई लाइन का डीपीआर तैयार, यूपी में रेल को मिलेगी नई रफ्तार

गोरखपुर: पूर्वांचल और अवध क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नई गति देने वाली बहराइच जरवल रोड रेल लाइन परियोजना को लेकर बड़ी खबर आई है। 70 किलोमीटर लंबी इस नई रेल लाइन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) अब पूरी तरह से तैयार हो गई है। केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को लोक सभा में इसकी जानकारी दी। इस सीधी रेल लाइन के बनने से बहराइच और जरवल रोड के बीच यात्रा समय में भारी कमी आएगी, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के सामाजिक, औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई रफ्तार मिलेगी। वर्तमान में यह क्षेत्र गोंडा जंक्शन के माध्यम से रेल नेटवर्क से जुड़ा है, लेकिन नई लाइन एक तेज और सुगम विकल्प प्रदान करेगी।

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विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार, अब आगे की मंजूरी का इंतजार

रेल मंत्री ने बताया कि 70 किलोमीटर लंबी इस बहराइच जरवल रोड रेल लाइन का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और DPR भी तैयार है। इस परियोजना को अंतिम स्वीकृति दिलाने के लिए अब राज्य सरकार के साथ परामर्श, नीति आयोग की समीक्षा और वित्त मंत्रालय की मंजूरी जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं पूरी की जानी हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए बुढ़वल–जरवल रोड–गोंडा कचहरी चौथी लाइन (56 किमी) और बहराइच–खलीलाबाद 240 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन जैसी कई अन्य परियोजनाएं भी स्वीकृत की गई हैं।

62,360 करोड़ की लागत से यूपी रेल विकास का नया अध्याय

सरकार ने आंकड़ों के साथ स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में रेल विकास का एक स्वर्णिम दौर चल रहा है। राज्य में अब तक कुल 49 रेल परियोजनाओं को स्वीकृति मिल चुकी है, जिनकी कुल लागत 62,360 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं के माध्यम से 3,807 किलोमीटर लंबे रेल नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। इस विकास को गति देने के लिए बजट आवंटन में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जहां 2009 से 2014 के बीच रेल परियोजनाओं के लिए औसतन ₹1,109 करोड़ प्रतिवर्ष का आवंटन होता था, वहीं 2025-26 में यह राशि लगभग 18 गुना बढ़कर ₹19,858 करोड़ तक पहुंच गई है।

कमीशनिंग की रफ्तार हुई दोगुनी, 1323 किमी लाइन चालू

रेल मंत्रालय ने बताया कि रेल नेटवर्क के विस्तार की गति भी तेजी से बढ़ी है। 2009-14 की अवधि में प्रदेश में जहां 996 किलोमीटर नई रेल लाइनों की कमीशनिंग हुई थी, वहीं वर्ष 2014-25 के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 5,272 किलोमीटर तक पहुंच गया है, जो औसतन 479 किलोमीटर प्रतिवर्ष है। वर्तमान में स्वीकृत 49 परियोजनाओं में से 1,323 किलोमीटर रेल लाइन का कार्य पूरा होकर परिचालन शुरू हो चुका है और इन पर अब तक ₹30,611 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। बहराइच जरवल रोड रेल लाइन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार होने से अब पूर्वी उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का लाभ जल्द मिलने की उम्मीद है।


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Siddhartha Srivastava का दैनिक जागरण, अमर उजाला, हिंदुस्तान, राष्ट्रीय सहारा जैसे समाचार पत्रों में लोकल से लेकर नेशनल डेस्क तक 18 वर्ष का कार्य अनुभव. गत पांच वर्षों से डिज़िटल पत्रकारिता | संपर्क: 9871159904

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