बुलंदशहर: कफ सिरप पीने से एक चार साल के बच्चे की दुखद मौत हो गई है। यह बालक भैयादूज का त्योहार मनाने के लिए अपनी माँ के साथ अलीगढ़ से अपनी ननिहाल अनूपशहर आया था। अत्यधिक मात्रा में कफ सिरप पी लेने के बाद बच्चे की हालत गंभीर हो गई, जिसके बाद उसे इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। मासूम की इस दर्दनाक मौत से परिवार में कोहराम मच गया है और त्योहार की खुशियाँ मातम में बदल गई हैं।
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माँ बाहर गई तो बच्चों ने पिला दिया ज़्यादा सिरप
यह घटना अनूपशहर के मोहल्ला मदारगेट स्थित गिहारा बस्ती की है। अलीगढ़ निवासी तुलसीदास की पत्नी ममता भैयादूज पर अपने तीन बच्चों के साथ मायके आई थीं। उनके साथ उनका चार वर्षीय बेटा गोलू भी था, जिसे सर्दी और खांसी की शिकायत थी। ममता गोलू के लिए अलीगढ़ से दवा भी लाई थीं। शुक्रवार को जब गोलू की खांसी बढ़ी तो ममता उसे सिरप पिलाकर किसी काम से घर से बाहर चली गईं। इसी बीच, जब गोलू को तेज़ी से खांसी उठी, तो घर में मौजूद अन्य बच्चों ने उसे दो ढक्कन कफ सिरप और पिला दिया। इसके बाद गोलू की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई।
अलीगढ़ से दिल्ली तक चला इलाज, नहीं बच सकी जान
गोलू की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे फौरन अलीगढ़ के एक अस्पताल ले गए। वहाँ के चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे मेरठ रेफर कर दिया। मेरठ में भी बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके चलते ममता गोलू को लेकर दिल्ली के सफदरजंग चिकित्सालय पहुँची। तमाम प्रयासों के बावजूद गोलू को बचाया नहीं जा सका और शनिवार सुबह लगभग छह बजे उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। गोलू की मौत की खबर सुनते ही माँ ममता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और परिवार में शोक छा गया। गमगीन माहौल में गोलू का अंतिम संस्कार मस्तराम घाट पर कर दिया गया।
डॉक्टरों ने सिरप रख लिया था: बिलखती माँ का बयान
भैया दूज मनाने के लिए ममता अपने बीमार बेटे गोलू को लेकर अलीगढ़ के खान गढ़ी मोहल्ला स्थित ससुराल से दवाई लेने के बाद भाइयों को मंगल तिलक करने पहुंची थी। ममता ने बताया कि डॉक्टर ने गोलू की दवा में से कफ सिरप रख लिया था। जब अचानक गोलू की तबीयत इतनी खराब हुई कि वह बेहोश हो गया, तो वह सब कुछ छोड़कर चिकित्सालयों में भागती रही, लेकिन कहीं सुकून नहीं मिला। दिल्ली में गोलू की मौत ने ममता को गहरा सदमा दिया है, जिसे वह जीवनभर नहीं भुला पाएंगी।
औषधि निरीक्षक ने कही जांच की बात, डॉक्टर ने दी अपील
इस घटना को लेकर बुलंदशहर के जिला औषधि निरीक्षक (डीआई), अनिल आनंद ने कहा कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है। उन्होंने बताया कि अगर कफ सिरप अलीगढ़ से खरीदा गया है, तो वहाँ के डीआई को इसकी सूचना दी जाएगी, और वे अपने स्तर से मामले की जाँच करेंगे। वहीं, सीएचसी प्रभारी पीके मिश्रा ने भी कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है और न ही ऐसा कोई मरीज़ उनके अस्पताल में आया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे झोलाछाप डॉक्टरों के बहकावे में न आएं और बेहतर उपचार के लिए सरकारी सीएचसी में आएं, जहाँ सभी मरीजों को उचित उपचार दिया जा रहा है।


