सिद्धार्थनगर: पुलिस पर एक युवक को उठाकर ले जाने, उसके साथ मारपीट करने और उसे मरणासन्न हालत में सड़क किनारे फेंकने के गंभीर आरोपों के बाद हड़कंप मच गया है। मामला मोहाना थाना क्षेत्र के नगर पंचायत कपिलवस्तु का है, जहां 22 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन के दौरान रजनीश पटेल नामक युवक के साथ यह घटना हुई थी। इस मामले में लापरवाही और आरोपों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग ने कड़ा एक्शन लिया है। शनिवार देर रात डीआईजी बस्ती संजीव त्यागी ने कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों और मोहाना थाना के एसओ रोहित कुमार उपाध्याय को निलंबित कर दिया है।
विज्ञापन
मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई थी घटना
22 अक्टूबर को नगर पंचायत कपिलवस्तु में मां लक्ष्मी की प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान नगर पंचायत के निवासी रजनीश पटेल को कुछ लोग गंभीर रूप से घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़ा मिला। परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना से पहले मोहाना थाना के चार सिपाही रजनीश को मोटरसाइकिल से कहीं उठाकर ले गए थे। इसके बाद वह गंभीर रूप से घायल होकर मिला। परिजनों के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे मरने के लिए सड़क किनारे फेंक दिया। युवक के मरणासन्न अवस्था में मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर तनाव फैल गया था और परिजनों ने इस मामले में पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
डीआईजी ने देर रात लिया कड़ा एक्शन
मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों ने तुरंत इसका संज्ञान लिया। शनिवार की देर रात बस्ती परिक्षेत्र के डीआईजी संजीव त्यागी ने मामले में लापरवाही बरतने और मारपीट के आरोपों में लिप्त पाए जाने पर यह बड़ी कार्रवाई की। डीआईजी ने तत्काल प्रभाव से चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया, जिन पर युवक को उठाकर ले जाकर मारपीट करने का आरोप है। इसके अलावा, मामले में अपेक्षित तत्परता और सतर्कता न बरतने के आरोप में मोहाना थाने के थानाध्यक्ष (एसओ) रोहित कुमार उपाध्याय को भी निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में संदेश गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही और गैर-पेशेवर आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


