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सीएम योगी की वनटांगिया संग 9वीं दिवाली: जंगल तिकोनिया नंबर तीन को दी ₹48.82 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात

सीएम योगी की वनटांगिया संग 9वीं दिवाली: जंगल तिकोनिया नंबर तीन को दी ₹48.82 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखपुर के वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन में ग्रामीणों के साथ दीपोत्सव मनाएंगे। मुख्यमंत्री बनने के बाद यह नौवां अवसर है जब वे वनटांगिया समुदाय के साथ दिवाली की खुशियां साझा करेंगे। सोमवार सुबह, पहले से तय कार्यक्रम के तहत सीएम परंपरा को जारी रखते हुए गांव ग्रामीणों के बीच पहुंच गए। मुख्यमंत्री आज वनटांगिया ग्राम को लगभग 49 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उपहार देने जा रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र के विकास को एक नई गति मिलेगी।

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विकास की सौगात: 48.82 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दौरे के दौरान कुल 48.82 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में पंचायती राज विभाग की 40, विकास खंड की 80 और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की तीन परियोजनाएं शामिल हैं, जिनकी कुल लागत 32.81 करोड़ रुपये है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड 2 की पांच परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे, जो क्षेत्र में सड़क और संपर्क को बेहतर बनाएंगी।

2017 में मिला राजस्व ग्राम का दर्जा, बदली तस्वीर

कुसम्ही जंगल के बीच बसा जंगल तिकोनिया नंबर तीन समेत कई वनटांगिया गांव लगभग एक सदी तक उपेक्षा और बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जीने को मजबूर थे। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने इन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया, जो उनके लिए एक ऐतिहासिक परिवर्तन साबित हुआ। इस दर्जे ने उन्हें प्रशासनिक मान्यता दिलाई और वे सरकारी योजनाओं के हकदार बन गए। आज इन गांवों में आवास, सड़क, बिजली, पानी और स्कूल जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री योगी ने सांसद रहते हुए भी 2010 में लोकसभा में इनके अधिकारों की लड़ाई लड़ी थी।

मुख्यमंत्री के स्वागत में दुल्हन की तरह सजा गांव

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जंगल तिकोनिया नंबर तीन में उत्सव का माहौल है। दिवाली से पहले ही पूरा गांव रोशनी से जगमगा रहा है। प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और मुख्य पंडाल लगभग तैयार हो चुका है। पिछले तीन दिनों से गांव में सफाई, रंगाई-पुताई का काम जोर-शोर से चल रहा है और ग्रामीण अपने ‘बाबा’ के स्वागत के लिए पलकें बिछाए बैठे हैं।

आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं, सीख रहीं स्वदेशी कला

मुख्यमंत्री के दौरे से पहले गांव की महिलाएं भी खास तैयारियों में जुटी हैं। यहां तीन दिवसीय ‘दीपावली स्वदेशी क्राफ्ट मेकिंग कार्यशाला’ का आयोजन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और ग्राम अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है। इस कार्यशाला में महिलाएं दीया सजाने, तोरण-द्वार बनाने, रंगोली कला और कैंडल डेकोरेशन जैसी पारंपरिक विधाओं का प्रशिक्षण ले रही हैं, ताकि वे अपने हुनर से आर्थिक स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ सकें।


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Siddhartha Srivastava

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Siddhartha Srivastava का आज, राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक जागरण जैसे हिंदी अखबारों में 18 साल तक सांस्थानिक पत्रकारिता का अनुभव है. वर्तमान में स्वतंत्र पत्रकारिता. email:- siddhartha@gogorakhpur.com | 9871159904.

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