गोरखपुर: गोरखपुर के नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बुधवार को निर्माण विभाग के अधिकारियों की एक अहम बैठक ली। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों में लापरवाही और आमजन से लगातार मिल रही शिकायतों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। नगर आयुक्त ने सभी अवर अभियंताओं को कड़े निर्देश दिए कि वे अपने कार्यों को पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी से निभाएं ताकि कोई भी शिकायत कार्यालय तक न पहुंचे।
उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी दी कि अगर वित्तीय गड़बड़ी, काम की गुणवत्ता में कमी या निर्धारित समय सीमा से अधिक देरी की शिकायत मिलती है, तो संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खराब सड़कों और नालों पर विशेष ध्यान
बैठक में नगर आयुक्त ने उन गलियों का एस्टीमेट बनाकर जल्द से जल्द काम शुरू कराने का निर्देश दिया, जिनकी हालत खराब है। उन्होंने कहा कि जिन ठेकेदारों के काम में लापरवाही या गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, उन्हें तत्काल ब्लैकलिस्ट किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने नालों के एस्टीमेट में स्लैब को शामिल करने, उनकी लेवलिंग और क्रॉसिंग पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि शहर में जलभराव की समस्या को रोका जा सके। बैठक में राप्तीनगर नाले को चिलुआताल से जोड़ने की कार्ययोजना भी प्रस्तुत की गई।
पौधरोपण पर जोर
निर्माण कार्यों के साथ-साथ, पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया गया। सभी अवर अभियंताओं को 10,000 पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है, जिसमें से अब तक 2,500 पौधे लगाए जा चुके हैं। नगर आयुक्त ने लगाए गए पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और ट्रीगार्ड को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने डिवाइडरों पर और मियावाकी पद्धति से भी पौधरोपण करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य अभियंता अमित शर्मा, अधिशासी अभियंता अशोक भाटी, अमरनाथ सहित सभी अवर अभियंता मौजूद रहे।