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आम के शौकीन हैं और है मधुमेह? जानें, डायबिटीज के मरीज कितनी मात्रा में खा सकते हैं ‘फलों का राजा’

आम के शौकीन हैं और है मधुमेह? जानें, डायबिटीज के मरीज कितनी मात्रा में खा सकते हैं 'फलों का राजा'
मधुमेह रोगी आम खा सकते हैं, लेकिन सावधानी और सीमित मात्रा में। एक्सपर्ट सलाह: ग्लाइसेमिक इंडेक्स, पोषक तत्व और सेवन के तरीके जानें।

Mango and Diabetes: गर्मियों का मौसम आते ही ‘फलों का राजा’ आम हर किसी को लुभाता है, लेकिन मधुमेह (डायबिटीज) रोगियों के लिए यह अक्सर एक दुविधा बन जाता है – ‘खाएं तो दिक्कत, ना खाएं तो दिक्कत।’ हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह रोगी भी कुछ सावधानियों के साथ इस स्वादिष्ट फल का आनंद ले सकते हैं।

गंभीर मरीजों के लिए परहेज, कम तकलीफ वालों के लिए संयमित सेवन

जानकार लोगों की राय में, यदि कोई गंभीर मधुमेह रोगी है, जिसके शरीर में शुगर का स्तर बहुत ज़्यादा रहता है, तो उसके लिए कोई भी मीठा खाद्य पदार्थ त्याज्य है। लेकिन, जिन्हें कम तकलीफ है या जिनका शुगर नियंत्रण में रहता है, वे कुछ परहेज करते हुए आम का स्वाद ले सकते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आम का सेवन सीमित और नियंत्रित मात्रा में ही किया जाए।

आम के पोषक तत्व (प्रति 100 ग्राम आम में, लगभग)

आम सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। 100 ग्राम आम में लगभग:

  • कैलोरी: 60-65 किलो कैलोरी
  • कार्बोहाइड्रेट: 15 ग्राम (मुख्य रूप से प्राकृतिक ग्लूकोज)
  • वसा: 0.4 ग्राम
  • प्रोटीन: 0.8 ग्राम
  • फाइबर: 1.6 ग्राम
  • विटामिन: विटामिन सी (36.4 मिलीग्राम), विटामिन ए (54 माइक्रोग्राम), विटामिन ई, के, और बी-कॉम्प्लेक्स (बी6, फोलेट) की थोड़ी मात्रा।
  • खनिज: पोटैशियम (168 मिलीग्राम), मैग्नीशियम (10 मिलीग्राम), कैल्शियम, आयरन, और फास्फोरस की मात्रा।
  • एंटीऑक्सीडेंट: क्वैरसेटिन, बीटा-कैरोटीन, और पॉलीफेनॉल्स।

आम खाने के सामान्य फायदे

आम कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है:

  • प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत: विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
  • पाचन में सुधार: फाइबर और एंजाइम (जैसे एमाइलेज) पाचन को बेहतर बनाते हैं और कब्ज से राहत दिलाते हैं।
  • आँखों और त्वचा के लिए: विटामिन ए आँखों की रोशनी और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
  • हृदय स्वास्थ्य: पोटेशियम और मैग्नीशियम रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं, जिससे हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।
  • कैंसर से बचाव: कुछ शोध बताते हैं कि आम में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स और पॉलीफेनॉल्स कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं।
  • वजन नियंत्रण: कम कैलोरी और उच्च फाइबर के कारण यह तृप्ति का एहसास लंबे समय तक देता है।

मधुमेह रोगी कैसे खाएं आम? – सावधानी और विशेषज्ञ सलाह जरूरी

हाँ, मधुमेह रोगी आम खा सकते हैं, लेकिन बेहद सावधानी के साथ:

  • प्राकृतिक शर्करा: आम में प्राकृतिक ग्लूकोज (फ्रक्टोज) होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 51-56 के बीच होता है, जो मध्यम श्रेणी में आता है।
  • सीमित मात्रा: मधुमेह रोगियों को आम की मात्रा सीमित रखनी चाहिए (लगभग आधा छोटा आम या 100-150 ग्राम)। इसे अपने दैनिक कार्बोहाइड्रेट गणना में शामिल करना चाहिए।
  • अकेले न खाएं: आम को अकेले खाने की बजाय, इसे फाइबर, प्रोटीन या स्वस्थ वसा (जैसे दही, नट) के साथ मिलाकर खाएं। इससे रक्त शर्करा में तेज़ी से वृद्धि नहीं होती है।
  • कच्चा आम बेहतर: पके आम की तुलना में कच्चा आम (कच्ची कैरी) बेहतर हो सकता है, क्योंकि इसमें जीआई कम होता है और फाइबर अधिक होता है।
  • डॉक्टर/डायटीशियन से सलाह: हर मरीज की स्थिति अलग होती है, इसलिए व्यक्तिगत आहार योजना के अनुसार निर्णय लेने के लिए हमेशा अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लें।

हमेशा ताज़ा, पका हुआ आम चुनें और जमे हुए आम (जैसे जूस, जैम, शेक) से बचें, क्योंकि उनमें अतिरिक्त चीनी हो सकती है। आम खाने के बाद अपने ब्लड शुगर की नियमित निगरानी करें और देखें कि यह आपके शरीर पर कैसे प्रभाव डालता है।



गो गोरखपुर ब्यूरो

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