वारदात

फर्जीवाड़ा: एक पासपोर्ट कौन कहे, इन पांच लोगों ने बनवा लिए दो-दो पासपोर्ट

फर्जीवाड़ा: एक पासपोर्ट कौन कहे, इन पांच लोगों ने बनवा लिए दो-दो पासपोर्ट

गोरखपुर में फर्जी पासपोर्ट का खुलासा: पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज

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फर्जीवाड़ा: एक पासपोर्ट कौन कहे, इन पांच लोगों ने बनवा लिए दो-दो पासपोर्ट
फर्जीवाड़ा: एक पासपोर्ट कौन कहे, इन पांच लोगों ने बनवा लिए दो-दो पासपोर्ट

गोरखपुर: गोरखपुर जिले में फर्जी पासपोर्ट बनवाने का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिले के दो अलग-अलग थानों में कुल पांच लोगों के खिलाफ नाम बदलकर और गलत जानकारी देकर दो-दो पासपोर्ट बनवाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है.

कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल

सबसे पहले बात करते हैं खोराबार थाना क्षेत्र की. यहां के डांगीपार चौकी प्रभारी ने अविनाश मौर्या नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. अविनाश पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके दो पासपोर्ट बनवाए. उसने एक पासपोर्ट में अपना नाम निर्भय मौर्या और दूसरी में अविनाश मौर्या दर्ज कराया है. जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों पासपोर्ट में जन्मतिथि भी अलग-अलग है. पुलिस का कहना है कि अविनाश ने जालसाजी और कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है.

अकेले गगहा थाने में चार पर एफआईआर

दूसरा मामला गगहा थाना क्षेत्र का है. यहां भी चार लोगों के खिलाफ फर्जी पासपोर्ट बनवाने का मुकदमा दर्ज किया गया है. इनमें जोगिंदर यादव, सत्यपाल यादव, उदित नारायण और राहुल यादव शामिल हैं. इन सभी पर भी नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि और माता का नाम बदलकर दो-दो पासपोर्ट बनवाने का आरोप है. पुलिस ने बताया कि इन सभी के खिलाफ भी कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया पर भी सवाल

पुलिस अब इन सभी मामलों की गहराई से जांच कर रही है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन लोगों ने किन परिस्थितियों में और कैसे दो-दो पासपोर्ट बनवाए. क्या इस काम में उनकी कोई मदद कर रहा था? क्या इनका कोई आपराधिक इतिहास है? पुलिस इन सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. इस घटना के बाद जिले में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियां भी इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं और जांच में जुट गई हैं.

अमित श्रीवास्तव

About Author

गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

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