Gorakhpur Master plan 2031: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की नई महायोजना 2031 का आखिरी प्रस्तुतीकरण सोमवार को शासकीय समिति के समक्ष किया गया. समिति ने कुछ मामूली सुधार के निर्देश दिए हैं. मुख्य नगर नियोजक हितेश की ओर से सुधार कर प्रारूप को शासकीय समिति के पास भेजा जाएगा. सुधार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुतीकरण होगा. जिसके बाद महायोजना प्रकाशन के लिए भेज दी जाएगी.
इसके पूर्व 19 जुलाई को हुई शासकीय समिति की बैठक में जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने प्रस्तुतीकरण दिया था. उसके बाद समिति ने कुछ बिंदुओं पर सुझाव दिए थे. इन सुझावों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर समिति के पास भेज दी गई थी. उसके बाद समिति ने अंतिम प्रस्तुतीकरण के लिए चार सितंबर की तारीख तय की थी. जीडीए उपाध्यक्ष के संतकबीरनगर के जिलाधिकारी पद पर स्थानांतरित हो जाने के कारण जीडीए के सचिव उदय प्रताप सिंह ने लखनऊ में शासकीय समिति के समक्ष महायोजना के प्रारूप का प्रस्तुतीकरण किया. इस दौरान मुख्य नगर नियोजक हितेश भी उपस्थित रहे. जीडीए सचिव यूपी सिंह ने मीडिया को बताया कि महायोजना 2031 के लखनऊ में शासकीय समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण के दौरान समिति ने मामूली सुधार के निर्देश दिए हैं. अब मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण होगा. नई महायोजना के जल्द ही प्रभावी होने की उम्मीद है.
नई महायोजना से होंगे ये फायदे
- विस्तारित क्षेत्र एवं पिपराइच, पीपीगंज व मुंडेरा बाजार नगर पंचायतों के सुनियोजित विकास का रास्ता साफ होगा.
- भू-उपयोग निर्धारित हो जाएगा.
- महानगर की 2500 एकड़ भूमि विनियमित हो सकेगी और लंबे समय बाद लोग यहां मानचित्र पास करा सकेंगे.
- कई कालोनियों को नियमित किया जा सकेगा.
- प्राकृतिक नाला के दोनों ओर 15 मीटर तक निर्माण कार्य प्रतिबंधित रहेगा.
- वन क्षेत्र के 10 मीटर परिधि में किसी तरह का निर्माण प्रतिबंधित रहेगा.
If you have any news or information happening around you that you would like to share, we encourage you to reach out to us at 7834836688/contact@gogorakhpur.com. Your input is valuable to us, and we appreciate your efforts in keeping us informed about the latest events and occurrences.