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Go Gorakhpur: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के पूजन के लिए कमल के फूल थाईलैंड से आए हैं. शहर के चुनिंदा दुकानदारों ने हर साल की तरह इस साल भी थाईलैंड का कमल मंगाया है. कमल के ये फूल 300 से 350 रुपये में बिक रहे हैं. स्थानीय कमल के फूल की भी अच्छी डिमांड है. वहीं, गेंदा के फूल और माला की बड़ी खेप वाराणसी से मंगाई गई है. दिवाली के मौके पर, शहर में फूलों का बाजार करीब छह करोड़ के आसपास होता है.
मां लक्ष्मी एवं गणेश जी के पूजन के लिए कमल के फूलों की भी मांग है. मान्यता है कि गुलाबी रंग के कमल के फूल से धन और यश की भी प्राप्ति होती है. ऐसे में गुलाबी कमल के फूल की अच्छी मांग रहती है. शाहपुर के फूल कारोबारी अमित कुमार बताते हैं कि ‘थाईलैंड से कमल के जो फूल मंगाए गए हैं, वे गुलाबी रंग के हैं, जिससे इसकी अच्छी मांग है. पिछले कुछ वर्षों से इसकी मांग थी. ऐसे में इस बार दिल्ली के कुछ ब्रोकर की मदद से थाईलैंड से इन फूलों को मंगाया गया है.’
लक्ष्मी पूजन के लिए शहर के बाज़ारों में बिक रही गेंदे के फूल की माला काशी से मंगाई गई है. कारोबारियों का कहना है कि उत्पादन ठीक होने से पिछले वर्ष के मुकाबले कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. हजारीपुर में फूलों के कारोबारी राजेश सैनी ने बताया कि ‘फूलों की माला 50 से 60 रुपये में बिक रही है. वहीं छोटी माला 20 रुपये में मिल रही है. रंग-बिरंगे फूलों की माला की भी मांग है.’
कारोबारी लोकेश सैनी का कहना है कि ‘कोरोना का खौफ कम होने से फूलों का बाजार अच्छा हुआ है. 10 से 50 हजार रुपये खर्च कर लोग घर और दुकान सजा रहे हैं. इसके लिए कोलकाता से कारीगर आए हैं. दिवाली में करीब 6 करोड़ रुपये का फूलों का कारोबार बताया गया है.