शुचिता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी
बैठक में डीएम प्रतिनिधि के रूप में एडीएम सिटी विनीत सिंह ने जिले में 220 परीक्षा केंद्रों के व्यवस्थापकों को संबोधित करते हुए कहा कि बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हो रही हैं. परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है, इसलिए हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति तत्पर रहना होगा.
स्ट्रॉन्ग रूम में तीन के अलावा कोई चौथा नहीं जाएगा
जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदोरिया ने प्रश्न पत्रों की गोपनीयता और सुरक्षा के लिए बनाई गई व्यवस्था से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्रों को केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट सामूहिक रूप से प्राप्त करेंगे. प्रश्न पत्रों को परीक्षा केंद्र पर स्थापित स्ट्रांग रूम में, डबल लॉक अलमारी में तिथिवार सुरक्षित रखा जाएगा. स्ट्रांग रूम खोलने और बंद करने के लिए एक लॉग बुक तैयार होगी, जिसमें तीनों अधिकारियों द्वारा स्ट्रांग रूम खोलने एवं बंद करने का समय अंकित करेंगे. स्ट्रांग रूम में तीनों अधिकारी के अतिरिक्त कोई अन्य कर्मचारी या शिक्षक नहीं जाएंगे. जो भी अधिकारी स्ट्रांग रूम में प्रवेश करेंगे वह अपने साथ मोबाइल लेकर नहीं जाएंगे.
शिक्षकों को दो दिन पहले केंद्र पर पहुंचना होगा
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि अगर किसी परीक्षा केंद्र पर अनुदानित परीक्षार्थियों के सापेक्ष प्रश्न पत्र प्राप्त नहीं हुए हैं तो उसका पूरक पत्र बनाकर तत्काल जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में प्राप्त कर आएंगे. किसी भी दशा में परीक्षा के समय प्रश्न पत्र कम होने की सूचना स्वीकार नहीं की जाएगी. उसके लिए संबंधित केंद्र व्यवस्थापक अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट जिम्मेदार होंगे. उन्होंने कहा कि पचास प्रतिशत शिक्षकों की ड्यूटी उनके द्वारा लगाई जाएगी और जिसकी ड्यूटी जहां लगेगी वह वहां दो दिन पहले जाकर अपनी रिपोर्टिंग करेगा. बिना परिचय पत्र के किसी भी शिक्षक को ड्यूटी नहीं करने दी जाएगी. मोबाइल या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक सामान को अगर किसी के पास पाया गया तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. सेंटर के व्यवस्थापक जिस दिन जिस विषय की परीक्षा हो उस विषय को ध्यान से समझ लें और देख लें उसके बाद पेपर सील को खोलें.
लड़कियों की चेकिंग करेंगी महिला अध्यापक
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि अगर किसी विद्यालय पर सीसीटीवी कैमरे का सिस्टम काम नहीं कर रहा है तो उसको तत्काल ठीक करा लें. परीक्षा में लड़कियों की चेकिंग के लिए महिला अध्यापकों को ही लगाया जाए. पुरुष अध्यापक को कदापि नहीं लगाया जाए. इसके बाद बैठक को एसपी ट्रैफिक डॉक्टर एमपी सिंह ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई समस्या हो तो केंद्र व्यवस्थापक तत्काल उसकी सूचना अपने थाने पर थानाध्यक्ष को तुरंत दें. अगर थानाध्यक्ष द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो उनके नंबर पर सूचना दें. तुरंत उसका संज्ञान लिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में केंट सीओ योगेंद्र सिंह, एमएसआई इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य जफर अहमद खान, महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरुण सिंह और महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने अपने विचार रखे. संचालन लेडी प्रसन्न इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ दिनेश मणि त्रिपाठी ने किया. अतिथियों का स्वागत महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बुके देकर किया. जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक शिवचरण यादव के द्वारा सभी प्रधानाचार्य गण को बोर्ड परीक्षा संबंधित नियमावली वितरित की गई. उक्त कार्यक्रम में वीएसएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री राम मिश्र सांकृत्यायन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मुरलीधर त्रिपाठी आदि सैकड़ों की तादाद में प्रधानाचार्य गण उपस्थित रहे.