GO GORAKHPUR: एसबीआई के मुंबई ऑफिस से मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे एक सूचना फ्लैश होती है कि बस्ती के कप्तानगंज चौराहे पर लगे बैंक के एटीएम का अलार्म बज रहा है. कृपया देखें कि वहां सब ठीक तो है? इस सूचना पर कप्तानगंज थाने के थानाध्यक्ष खुद मौके पर पहुंचते हैं और उन्हें वहां सबकुछ ठीक मिलता है. वह मौके से लौट जाते हैं… और इसके कुछ ही देर बाद बदमाश आराम से गैस कटर से एटीएम को काटकर करीब बीस लाख रुपये कैश लेकर फरार हो जाते हैं. सुनने में यह घटना बहुत नाटकीय लगती है, लेकिन है सच. पुलिस की गश्त के बाद एटीएम का कैश कैबिनेट गैस कटर से काटकर वारदात कर गए और पुलिस ताकती रह गई. स्थानीय पुलिस ने वारदात की रिपोर्ट तो दर्ज कर ली, लेकिन घटना के 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.
अलार्म बजा था तो अलर्ट क्यों नहीं हुई पुलिस
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में कप्तानगंज चौराहा मुख्य मार्गों में शुमार है. यहां एसबीआई का एटीएम लगा हुआ है, जहां कैश के लिए लोगों की लंबी कतार लगती है. बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह एसबीआई के मुंबई मुख्यालय से स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई कि कप्तानगंज चौराहे पर लगे एटीएम बूथ का अलार्म बज रहा है. वहां किसी गड़बड़ी की आशंका है. बस्ती पुलिस का दावा है कि इस सूचना पर कप्तानगंज थाने के इंचार्ज ने मौका मुआयना किया, लेकिन उन्हें वहां सब दुरुस्त मिला. ऐसे में बड़ा सवाल है कि अगर एटीएम का अलार्म बजा था तो पुलिस ने पांच-दस मिनट के मुआयने में वहां सबकुछ सामान्य क्यों मान लिया?
बाहर के जिले के हैं बदमाश
स्थानीय पुलिस ने इस वारदात में बाहर के जिले के बदमाशों का हाथ होने की आशंका जाहिर की है. गौरतलब है कि ऐसी ही वारदात कुशीनगर जिले में पिछले साल हुई थी. उस घटना में पुलिस के हत्थे चढ़े बदमाश राजस्थान, हरियाणा, बिहार से थे. कप्तानगंज में हुई वारदात में भी ऐसे ही किसी गैंग का हाथ होने की आशंका है. इस संबंध में एसपी कार्यालय द्वारा बताया गया कि घटना के खुलासे के लिए बस्ती पुलिस दूसरे जिलों की पुलिस की भी मदद ले रही है. जल्द ही वारदात का राजफ़ाश हो जाएगा.
कुशीनगर में भी एसबीआई के एटीएम पर बोला था धावा
बदमाशों ने पिछले साल 26 अक्टूबर की रात तमकुहीराज कस्बे के हरिहरपुर में लगे एसबीआई के एटीएम को ही निशाना बनाया था. वहां भी लूट की रकम बड़ी थी. बदमाशों ने गैस कटर से कैश कैबिनेट को काटकर 21 लाख 54 हजार रुपये उड़ाए थे. कुशीनगर पुलिस ने सात आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार था. उनकी पहचान पहचान इकराम कुरैशी पुत्र हामिद कुरैशी निवासी कुरैशी मोहल्ला तकिया वाली मस्जिद के पास सिंगार थाना बिछोर जनपद नूर मेवात हरियाणा (50,000 रुपये का इनामी), इजाजुल हक उर्फ जुल्ली उर्फ जुनैद पुत्र जफरुद्दीन हाल मुकाम कधाई थाना राजनगर जनपद मधुबनी बिहार मूल पता सुराली थाना पोहनाना जनपद नूह मेवात हरियाणा (25,000 रुपये का इनामी), खालिद अली पुत्र जलालुद्दीन निवासी आली थानी वहीन जनपद पलवल हरियाणा (25,000 रुपये का इनामी), इकबाल कुरैशी पुत्र इस्लाम कुरैशी निवासी कौसी थाना कौसीकला जनपद मथुरा (यूपी), शौकीन कुरैशी पुत्र तौफीक कुरैशी निवासी मोहल्ला काजीपाडा कस्बा थाना कामा जनपद भरतपुर, राजस्थान, मुस्तफा पुत्र अमीन निवासी कामा थाना कामा जनपद भरतपुर, राजस्थान व एक महिला दिलीमा उर्फ श्रेष्ठ पत्नी इजाजुलहक साकिन सिरौली थाना पुनहना जनपद नूह मेवात हरियाणा के रूप में हुई थी. इकराम के खिलाफ 34, खालिद के खिलाफ छह, इजाजुल उर्फ जुनैद उर्फ जूल्ली के खिलाफ सात, इकबाल कुरैशी पुत्र इस्लाम पर चार, इकबाल कुरैशी पर चार और शौकीन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में चार मुकदमे दर्ज थे.