राज्य कर्मचारी परिषद ने जताया रोष, मुख्यमंत्री से की अपील
सीएमओ को ज्ञापन सौंपते राजकर्मचारी परिषद के कर्मचारी. फाइल फोटो |
GO GORAKHPUR: महानगर में काफी दिनो से काम कर रहे टीबी अस्पताल में कार्यरत 45 संविदाकर्मियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. ऐसा स्वास्थ महकमें की भ्रष्ट कार्यप्रणाली की वजह से हुआ है. महकमे के जिम्मेदारों ने टीवी अस्पताल को डेंगू अस्पताल में तब्दील कर दियाऋ इसमें काम करने के लिए आउट सोर्सिंग से कर्मचारी रख दिए गए.
यह खुलासा आज यहां राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष ने एक प्रेसनोट में दी. उनका कहना है कि अधकारियो ने 100 शैया टीवी अस्पताल का नाम बदलकर डेंगू अस्पताल रख दिया. यही नहीं वहां के कर्मचारियों का नवीनीकरण रद्द कर बाहरी नए कर्मचारियों को समायोजित कर दिया जिससे 45 परिवारों का चूल्हा बुझ गया है. राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. कर्मचारी नेता के अनुसार परिषद निकाले गए 45 कर्मचारियों की लड़ाई जुलाई माह से ही लड़ रहा है. उनकी सेवाओं का 5 महीने से नवीनीकरण लंबित था.नौकरी गवां बैठे कर्मचारी परिषद के बैनर तले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक,सदर सांसद रविकिशन शुक्ल, कमिश्नर गोरखपुर, अपर कमिश्नर गोरखपुर, एव जिलाधिकारी गोरखपुर से अपने बहाली हेतु गुहार लगा चुके हैं. सभी के स्तर से उनकी सेवा के नवीनीकरण का आश्वासन भी मिला.इस सबके बावजूद उनकी उम्मीदों पर आज पानी फिर गया.
संगठन के उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ला ने कहा यह स्थिति बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की- कि वे स्वयं स्थिति का संज्ञान लेते हुए इन कर्मचारियों की सेवा बहाल करें.