GO GORAKHPUR: रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों चार प्रमुख परियोजनाओं की सौगात मिलने जा रही है. मुख्यमंत्री फ्लाईओवर, सीवरेज, जलनिकासी और फोरलेन के बड़े प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करने आ रहे हैं. 1921.61 करोड़ रुपये की लागत वाली चार परियोजनाओं के शिलान्यास का समारोह रविवार शाम चार बजे वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज परिसर में होगा. यहां सीएम उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे उनमें महानगर में जलभराव की समस्या का ठोस समाधान करने वाली गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट भी है.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर तेजी से मेट्रोपोलिटन सिटी बनने की राह पर है. इसी के अनुरूप यहां इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को सुदृढ़ किया जा रहा है. शानदार रोड कनेक्टिविटी, सीवरेज व जलनिकासी के इंतजाम देश के बड़े महानगरों की तर्ज पर किए जा रहे हैं. इन सुविधाओं के मद्देनजर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों चार प्रमुख परियोजनाओं की सौगात मिलने जा रही है. मुख्यमंत्री फ़्लाईओवर, सीवरेज, जलनिकासी और फोरलेन के बड़े प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करने आ रहे हैं. 1821.61 करोड़ रुपये की लागत वाली चार परियोजनाओं के शिलान्यास का समारोह रविवार शाम चार बजे वीर वहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज परिसर में होगा. यहां सीएम उपस्थित जनसमूह को भी संवोधित करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे उनमें महानगर में जलभराव की समस्या का ठोस समाधान करने वाली गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट भी है. गोड़धोइया नाला एवं रामगढ़ताल के जीर्णोद्धार तथा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन व ट्रीटमेंट के निर्माण से संबंधित परियोजना की कुल लागत 474.42 करोड़ रुपये है. रविवार को ही सीएम योगी 561.34 करोड़ रुपये की लागत वाली गोरखपुर सीवरेज योजना सी पार्ट 2 की भी आधारशिला रखेंगे. उनके हाथों 96.50 करोड़ रुपये की लागत वाले जेल वाईपास फोर लेन पर खजांची चौराहे पर फ्लाई ओवर का भी शिलान्यास होगा. इस फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद खजांची चौराहे पर लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिलेगी. इसके साथ ही भटहट से वासस्थान मार्ग के फोरलेन में चौड़ीकरण व सुढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री करेंगे. इस प्रोजेक्ट की लागत 689.35 करोड़ रुपये है. यह फोरलेन भटहट के पिपरी में निर्माणाधीन प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय तक सुगम यातायात उपलब्ध कराने में मददगार होगा.