नेहरू चिकित्सालय के वार्ड संख्या 14 मेडिसिन वार्ड है. इस वार्ड में गुरुवार की रात शार्ट-सर्किट से आग लग गई. धीरे-धीरे पूरे वार्ड में धुआं भरने लगा. देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई. भर्ती मरीजों के परिजन उन्हें बेड के साथ या गोद में लेकर भागने लगे. कई मरीज केबिन में थे. परिजनों और कर्मचारियों ने केबिन तोड़कर उनको भी बाहर निकाला. कुछ ही देर में वहां सांस लेना दुश्वार हो गया. बचाव कार्य में लगे लोगों ने नाक को रूमाल या शर्ट से ढंक लिया. वार्ड में फंसे लोगों की आंख से पानी गिरने लगा और देखना मुश्किल हो गया, फिर भी उन्होंने भर्ती मरीजों को बाहर निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी. धुआं और अंधेरा बढ़ने पर लोगों ने मोबाइल के टार्च की रोशनी में जान हथेली पर रखकर भर्ती मरीजों को बाहर निकाला. अंधेरे में हर तरफ बस चीख पुकार मची हुई थी. आग लगने के बाद मची अफरा-तफरी के बाद कई सक्षम परिजन अपने-अपने मरीजों को लेकर निकल गए. कई गंभीर मरीजों को घरवालों ने निजी नर्सिंग होमों में भर्ती कराया.
कॉलेज का फायर सिस्टम फेल
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज का फायर सिस्टर पूरी तरह से फेल था, इस वजह से आग बुझाने में दमकल कर्मियों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी. रात करीब 11.30 बजे आग पर काबू पाया जा सका. उधर, घटना की सूचना पर डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी मौके पर पहुंच गए थे. वार्ड के आईसीयू में भर्ती मरीज की मौत के बारे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन पुष्टि नहीं कर रहा है. मरीज की मौत आग से फैले धुएं की वजह से हुई या बीमारी की वजह से, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है.
बोर्ड से निकली चिंगारी
बोर्ड से अचानक निकली चिंगारी और वार्ड धुएं से भर गया गोरखपुर. मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन के वार्ड 14 में बृहस्पतिवार देर रात करीब 11 बजे अचानक स्टॉफ रूम के पास बोर्ड से चिंगारी निकली और आग लग गई. कर्मचारियों ने शोर मचाया तो अफरा-तफरी मच गई. थोड़ी ही देर में पूरे वार्ड में धुआं भर गया. सभी अपने मरीज को सुरक्षित बाहर ले जाने में जुट गए. कई तीमारदार बेड सहित ही अपने मरीज को लेकर बाहर जाने लगे.
मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. पवन प्रधान ने मीडिया को बताया कि शार्ट सर्किट से आग लगने की जानकारी मिली तो सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दी गई. टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया. मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. उन्हें अलग-अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया है. घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं.