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Photo:Public domain |
मोस्ट वांटेड 61 माफिया की सूची में शामिल माफिया राजन तिवारी को गोरखपुर जेल से फतेहगढ़ जेल भेज दिया गया. शनिवार सुबह 4 बजे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे गोरखपुर जेल से फतेहगढ़ जेल भेजा गया. 22 अगस्त को होने वाली राजन की कोर्ट में पेशी भी वही से अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से हो सकती है.
गोरखपुर के गगहा थाने के सोहगौरा निवासी राजन तिवारी को कैंट और एसओजी की टीम ने गुरुवार को बिहार के रक्सौल से उस समय पकड़ा था जव वह नेपाल भागने की जुगत में था. पुलिस ने गुरुवार देर शाम गोरखपुर के गैंगेस्टर कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. गोरखपुर जेल में वह मिलेनियम बैरक में रखा गया था. इससे पहले भी राजन गोरखपुर जेल में दो साल रह चुका है. राजन तिवारी माफिया डॉन श्रीप्रकाश शुक्ल का साथी था. श्रीप्रकाश के साथ ही वह भी कैंट थाने में गैंगेस्टर का मुलजिम है. श्रीप्रकाश गैंग का लीडर था. श्रीप्रकाश की मौत के बाद राजन के खिलाफ गैंगेस्टर कोर्ट से 60 से ज्यादा एनबीडब्ल्यू वारंट जारी हुए. वह 17 साल से इस मुकदमे में फरार था. जेलर पीके कश्यप ने मीडिया को बताया कि राजन तिवारी को प्रशासनिक आधार पर दूसरी जेल शिफ्ट किया गया है.
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