प्रतीकात्मक तस्वीर |
GO GORAKHPUR: गोरखपुर में सामूहिक विवाह का एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है. कार्यक्रम 28 नवंबर को रामगढ़ताल के किनारे महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित है. समारोह में वे मां-बाप जो गरीबी रेखा से नीचे का जीवन जी रहे हैं,समारोह में अपनी बेटियों के हाथ पीले कर सकेंगे. उम्मीद की जा रही है कि एक हजार से अधिक जोड़े मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दांपत्य जीवन में बंध जाएंगे और एक बेहतर दांपत्य जीवन की शुरुआत करेंगे. आशा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे और इन जोड़ों को उनका आशीर्वाद मिलेगा.
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय हो जाने के बाद समाज कल्याण विभाग सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारियों में जुट गया है. विभिन्न ब्लाकों में 750 से अधिक जोड़ों का अब तक रजिस्ट्रेशन पूरा किया जा चुका है. साथ ही अब सत्यापन का काम भी तेजी से चल रहा है.
सामूहिक विवाह के लिए जोड़ों को चिह्नित करने से पहले सभी मानकों की जांच की जाएगी. समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों के साथ ही राजस्व कर्मियों को भी जिम्मेदारी दी गई है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने राज्य की गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली और बीपीएल कार्ड धारक परिवार से संबंध रखने वाली बेटियों/विधवा महिलाओं/तलाकशुदा महिलाओं की शादी पर आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की है.
बताते चलें कि मुख्यमंत्री सामूहिक योजना के तहत पात्रता मानदंडों को पूरा करते हुए सामूहिक विवाह करने वाले प्रत्येक जोड़े की शादी पर प्रदेश सरकार द्वारा ₹51000 खर्च किए जाते हैं. इसमें ₹35000 कन्या के बैंक खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं. इसी तरह ₹10000 की राशि विवाह संस्कार सामग्री पर वर-वधू के विवाह के समय व्यय की जाती हैं. ₹6000 विवाह के आयोजन पर खर्च किए जाते हैं. पहले इस योजना के तहत प्रत्येक जोड़े के विवाह पर कुल मिलाकर ₹35000 रुपए खर्च किए जाते थे जिसमें ₹20000 बेटी के खाते में हस्तांतरित किए जाते थे.
इसके अलावा निराश्रित, असहाय विधवा महिलाओं एवं तलाकशुदा महिलाओं को भी इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाता है.