Tag: अमानवीयता

बतकही-गो गोरखपुर

मिरी मजबूरियां क्या पूछते हो…

बतकही | निजी चिकित्सा सेवाओं का संजाल शहर से लेकर गांवों तक फैला है। अब तो इनके दलाल भी हर की मौजूद हैं। कहीं-कहीं तो सब कुछ तंत्र की जानकारी…