Gorakhpur News this week: गोरखपुर शहर में बीता हफ्ता (7 अप्रैल से 13 अप्रैल) कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा। इस सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, तो वहीं पूर्व विधायक की गिरफ्तारी चर्चा में रही। शहर में ई-रिक्शा व्यवस्था में बदलाव हुआ और लेबर अड्डा के निर्माण को लेकर नगर निगम ने सराहनीय पहल की। इस हफ्ते मौसम में भी काफी बदलाव देखने को मिला, जिससे लोगों को गर्मी से तो राहत मिली लेकिन किसानों की चिंताएं बढ़ गईं। एनईआर की दर्जनों ट्रेनों का निरस्तीकरण इस सप्ताहांत में यात्रियों के लिए बड़ी चुनौती लेकर आया है।
मुख्यमंत्री का गोरखपुर दौरा और विकास परियोजनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7 अप्रैल को गोरखपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में 91 करोड़ रुपये से अधिक की 13 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। लोकार्पित परियोजनाओं में यांत्रिक अभियंत्रण विभाग भवन का विस्तार, आईटीआरसी/आईटीसीए विभाग भवन का विस्तार, परिसर में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन की स्थापना, विद्युत सब स्टेशन के पास पक्की चारदीवारी का निर्माण, सावित्री बाई फुले महिला छात्रावास, सरस्वती वाटिका एवं अमर बलिदानी बिस्मिल पार्क, और 04 नई सीएनजी बसों का संचालन की शुरुआत शामिल हैं।
शिलान्यास की जाने वाली परियोजनाओं में विश्वेसरैया भवन, टैगोर भवन, रमन भवन और सुभाष भवन छात्रावासों का नवीनीकरण, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के दो ब्लॉकों का विशेष अनुरक्षण, बहुउद्देशीय भवन का अनुरक्षण और नवीनीकरण कार्य, परिसर में विभिन्न स्थानों पर नई सड़क का निर्माण, परीक्षा अनुभाग हेतु भवन का निर्माण, और 528 क्षमता के पुरुष छात्रावास का निर्माण शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के 76 नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे और उनके लिए एक प्रेरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी 8 अप्रैल को हुई। यह गिरफ्तारी 754 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में हुई है। यह मामला सरकारी ठेके लेने वाली कंपनी गंगोत्री एंटरप्राइजेज से जुड़ा है, जिसके प्रमोटर विनय शंकर तिवारी हैं। ईडी ने तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें गोरखपुर, लखनऊ, नोएडा और मुंबई सहित लगभग दस स्थान शामिल थे। यह छापेमारी गिरफ्तारी से पहले सोमवार की सुबह की गई थी। तिवारी पर बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले सात बैंकों के समूह से कुल 1129.44 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाएं प्राप्त करने और फिर इस रकम को अन्य कंपनियों में डायवर्ट कर बैंकों को भुगतान न करने का आरोप है, जिससे बैंकों को करीब 754.24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। ईडी ने इस मामले में पहले भी नवंबर 2023 में 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं।
ई-रिक्शा व्यवस्था में बदलाव, पांच जोन बने
गोरखपुर में ई-रिक्शा व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया। शहर को पांच जोनों में बांटा गया और ई-रिक्शा केवल तय रूट पर ही चलेंगे। यह निर्णय मंगलवार, 8 अप्रैल 2025 को लिया गया। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य शहर में यातायात जाम से राहत दिलाना है। हर ई-रिक्शा चालक को यूनिफॉर्म पहनना और एक यूनिक आईडी कार्ड रखना अनिवार्य होगा। सभी चालकों का पुलिस सत्यापन किया जाएगा। बिना रजिस्ट्रेशन और जोन की अनुमति के ई-रिक्शा चलाने पर कार्रवाई की जाएगी। फर्जी और अवैध रूप से ई-रिक्शा चलाने वाले ऑपरेटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यात्रियों की सुविधा के लिए रूट भी तय किए गए हैं, जैसे बरगदवां से मोहद्दीपुर और रानीडीहा से मेडिकल कॉलेज। इसी सप्ताह एआरटीओ और पीटीओ ने संयुक्त अभियान चलाकर 50 ई-रिक्शा चालकों का चालान किया और 25 ई-रिक्शा को सीज किया गया। यह कार्रवाई 8 अप्रैल को लागू की गई नई ई-रिक्शा व्यवस्था के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
नगर निगम पांच स्थानों पर बनाएगा लेबर अड्डा
गोरखपुर में दिहाड़ी मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, नगर निगम क्षेत्र में पांच स्थानों पर श्रमिक सुविधा केंद्र (लेबर अड्डा) बनाए जाएंगे। इन केंद्रों पर मजदूरों को बुनियादी सुविधाएं जैसे पीने का पानी और बैठने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा की अध्यक्षता में फरियादियों की शिकायतें सुनी गईं और अधिकारियों को मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए गए। लेबर अड्डा का निर्माण दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह उन्हें काम की तलाश करने और बुनियादी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए एक संगठित स्थान प्रदान करेगा।
आर्मेनिया से मंगाकर बेची फर्जी मेडिकल डिग्री
गोरखपुर में मेडिकल की फर्जी डिग्री बेचने का मामला सामने आया। दो युवकों पर आर्मेनिया से डिग्री मंगाकर 20 से 40 लाख रुपये में बेचने का आरोप है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मेडिकल शिक्षा में फर्जीवाड़े का यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस तरह के रैकेट को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई जरूरी लगती है।
फर्जी कंपनियों का भंडाफोड़
गोरखपुर पुलिस ने फर्जी कंपनियों का भंडाफोड़ किया और ₹44,097.97 की संपत्ति जब्त की। यह जब्ती बुधवार, 9 अप्रैल 2025 को की गई। यह कार्रवाई आबकारी अधिनियम के तहत जय प्रकाश नवादा की फर्जी कंपनियों के खिलाफ की गई। जब्ती उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एवं असामाजिक क्रियाकलाप अधिनियम, 1986 की धारा 14 (1) के अंतर्गत की गई है। फर्जी कंपनियों का भंडाफोड़ और संपत्ति की जब्ती संगठित अपराध और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई एक कड़ा संदेश है।
नक्शा प्रोजेक्ट का हवाई सर्वेक्षण
गोरखपुर शहर में केंद्र सरकार के नक्शा प्रोजेक्ट के तहत 130 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण गुरुवार को पूरा हुआ। सर्वे डेटा सर्वे ऑफ इंडिया को सौंपा जाएगा, जहां से यह केंद्र सरकार के बोर्ड को भेजा जाएगा। यह हवाई सर्वेक्षण शहर के विकास योजना और भूमि प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। डिजिटल नक्शे बनने से भूमि संबंधी रिकॉर्ड और नियोजन प्रक्रिया में सुधार होगा।
निजी स्कूलों की फीस वृद्धि का विरोध
गोरखपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निजी स्कूलों द्वारा महंगी किताबें, कॉपियां और ड्रेस खरीदने के लिए दबाव बनाने और फीस बढ़ाने के खिलाफ डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और प्रशासन से तत्काल फीस वृद्धि पर रोक लगाने की मांग की। कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में यह ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित किया गया। निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि और अन्य खर्चों के बोझ से अभिभावक परेशान हैं। कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन अभिभावकों की आवाज को उठाता है और सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करता है।
गोरखपुर रूट पर 122 ट्रेनों का निरस्तीकरण
एनईआर प्रशासन ने मार्च में ही सूचना जारी कर बड़ी संख्या में ट्रेनों की निरस्तीकरण की योजना से अवगत कराया था। इस पूर्वनियोजित प्लान के तहत गोरखपुर रूट पर 12 अप्रैल से 5 मई तक कई ट्रेनें निरस्त रहेंगी। यह निरस्तीकरण गोरखपुर कैंट रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेल लाइन के निर्माण कार्य के कारण है। कुछ प्रमुख ट्रेनें जैसे गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस को छोड़कर लगभग सभी ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। पूर्वोत्तर रेलवे की 122 ट्रेनें 22 दिनों के लिए निरस्त रहेंगी। यात्रियों को यात्रा से पहले रेलवे की वेबसाइट पर जानकारी देखने की सलाह दी गई है। ट्रेनों का इतने बड़े पैमाने पर निरस्तीकरण गोरखपुर से जाने और आने वाले यात्रियों के लिए गंभीर चुनौती है।
मौसम का हाल: बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
इस हफ्ते गोरखपुर और आसपास के कई जिलों में मौसम बदल गया और झमाझम बारिश हुई। यह बदलाव गुरुवार सुबह करीब 8 बजे हुआ। मौसम विभाग ने पहले ही 13 अप्रैल तक बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया था। वहीं अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में 14 से 17 अप्रैल के बीच गरज-चमक और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 16 अप्रैल से लू का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसके तहत तेज गर्म हवाएं चलने की आशंका है। इनके साथ धूल भी उड़ने की संभावना है। अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होने की संभावना है, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
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